हैदराबाद। देश को हिलाकर रख देने वाले हैदराबाद के दिशा रेप और हत्याकांड के चारों आरोपितों को पुलिस ने शुक्रवार तडक़े हिरासत से भागने के दौरान मार गिराया। पुलिस उन्हें घटना स्थल पर सीन रिक्रिएट करने के लिए ले गई थी। उसी दौरान इन चारों आरोपितों ने भागने का प्रयास किया, नतीजतन पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें वे चारों मारे गए। साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर सज्जनर ने इसकी पुष्टि की है और वह घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।
पुलिस चारों आरोपियों को शुक्रवार तडक़े 3 बजे शादनगर के पास नेशनल हाइवे 44 पर घटना स्थल (चट्टानपल्ली ब्रिज) पर क्राइम सीन रिक्रिएट कराने के लिए ले गई थी और उनसे सीन रिक्रिएट करने के लिए कह रही थी। जहां यह सभी आरोपी धुंध का फायदा उठाकर भागने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने इन्हें अपने तरीके से रोकने की कोशिश की लेकिन जब पुलिस को लगा कि वह इन्हें सामान्य तरीके से काबू नहीं कर पाएगी तो पुुलिस ने गोली चलाई, जिसमें चारों आरोपित मारे गए। फिलहाल ये सभी सात दिन की पुलिस हिरासत में थे। पुलिस ने सभी शवों को मौके से हटा दिया है ताकि किसी भी तरह का हंगामा न हो। साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनर ने बताया कि चारों आरोपी शुक्रवार तडक़े 3 से 6 बजे के बीच शादनगर स्थित चतनपल्ली में एनकाउंटर में मारे गए। एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने कहा कि घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि 28 नवम्बर को 22 साल की महिला डाक्टर दिशा का अधजला शव नेशनल हाइवे 44 के निकट शादनगर इलाके में मिला था। उसके साथ 27 नवम्बर की रात में रेप करने के बाद शव को जलाने का प्रयास किया गया था। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों मोहम्मद आरिफ पाशा ,जोल्लू शिवा ,जोल्लू नवीन और चेन्नकेशवुलु को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने इन्हें एक सप्ताह की पुलिस हिरासत में भेजा था। हैवानियत भरे इस कांड के बाद से देश भर में उबाल था और चारों को फांसी दिए जाने की मांग उठ रही थी। दिशा के पिता और बहन ने अपनी प्रतिक्रिया में पुलिस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए पुलिस टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें 10 दिन बाद न्याय मिल गया।
स्वाति मालीवाल ने अनशन खत्म किया
उधर, दिशा रेप एवं हत्याकांड के विरोध में देश के विभिन्न हिस्सों में लोग आंदोलनरत थे। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन पर थीं। आज सुबह दिशा रेप और हत्याकांड के चारों आरोपितों को पुलिस द्वारा मार गिराए जाने की सूचना मिलने के बाद उन्होंने आमरण अनशन खत्म कर दिया। उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर संतोष व्यक्त किया है।
पुलिस का एनकाउंटर आगे उदाहरण बनेगा: पीडि़ता की बहन
एनकाउंटर की खबर मिलने के बाद पीडि़ता के पिता ने कहा- हमारी बच्ची को मर के 10 दिन हो गए। तेलंगाना सरकार, पुलिस और जो मेरे साथ खड़े लोग थे, उन्हें बधाई। वहीं, पीडि़ता की बहन ने कहा कि आरोपी एनकाउंटर में मारे गए। मैं इससे काफी खुश हूं। यह एक उदाहरण होगा, उम्मीद है आगे से ऐसा कुछ नहीं होगा। मैं पुलिस और तेलंगाना सरकार को शुक्रिया कहना चाहती हूं।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए थे आरोपी
हैदराबाद में 27 नवंबर को टू-व्हीलर का टायर पंक्चर होने के बाद एक टोल प्लाजा के पास इंतजार कर रही 26 वर्षीय वेटरनरी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर का जला हुआ शव अगले दिन सुबह मिला था। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनके नाम मोहम्मद आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु थे। आरिफ की उम्र 26 साल थी, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल बताई गई। ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर थे, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद पीडि़त को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था। चारों आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
पुलिस कार्रवाई की हो रही तारीफ
हैदराबाद पुलिस द्वारा दुष्कर्म और हत्या के चारों आरोपियों के एनकाउंटर ने सूचना जैसे ही देशभर में फैली हर तरफ पुलिस की तारीफ हो रही है और लोग खुशी मना रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया में आया है जिसमें छात्राओं से भरी एक बस में लड़कियों जोश से खुशी मनाती देखी जा सकती हैं। चारों आरोंपियों के एनकाउंटर के बाद हैदराबाद की निर्भया के पिता ने इस पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी को गए 10 दिन हो गए हैं और मैं आज हैदराबाद पुलिस को धन्यवाद देता हूं। मेरी बेटी की आत्मा को अब शांति मिलेगी।