नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।अमित शाह ने एक इंटरव्यू में 2022 में हुए गुजरात दंगो पर 20 साल बाद अपनी कि बात कही इसमें उन्होनें गुजरात दंगो की सच्चाई बताई। शाह ने भाजपा पर लगे सभी आरोपो को बेबुनियाद बताया उन्होंने कहा कि गुजरात दंगों मे भाजपा सरकार को निशाना बनाया गया और सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई। शाह का यह बयान गुजरात दंगो के मामले में पीएम मोदी के खिलाफ याचिका रद्द होने बाद आया।
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गुजरात दंगो पर अमित शाह का बयान
इस इंटरव्यू में शाह ने गुजरात दंगो में हुई पीएम मोदी और सरकार के खिलाफ साजिश के बारे मे बताया। शाह ने कहा कि मोदी एक बड़े नेता की तरह 18-19 साल की लंबी लड़ाई को चुपचाप बिना कुछ बोले, विषपान की तरह झेलते आ रहे है। मैंने पीएम मोदी को करीब से दर्द झेलते देखा है। पक्के इरादो वाला व्यक्ति ही इतना बड़ा स्टैंड लेने की हिम्मत कर सकता था।
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शाह ने कहा कि विपक्ष के नेताओ और उनसे प्रेरित कुछ पत्रकारों ने मोदी पर लगाए गए आरोपों का जन-जन तक प्रसारित करने का काम किया था। जब शाह से इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि दंगो में पुलिस और अधिकारियों ने कुछ नहीं किया, शाह ने इसके जवाब में कहा कि साजिश रचने वालो के पास एक मजबूत पारिस्थिकी तंत्र था इसलिए हर कोई झूठ को सच मानने को मजबूर था।
गोधरा दंगो पर बोले शाह
सुप्रीम कार्ट में पीएम मोदी के खिलाफ दाखिल याचिका पर बयान में शाह ने कहा कि इस फैसले में सुप्रीम कार्ट ने यह स्पष्ट कर दिया कि गोधरा कांड में ट्रेन जलाने के बाद जो दंगे हुए वह स्व-प्रेरित थे। गुजरात दंगो का मूल कारण गोधरा में हुए कांड को बताते हुए शाह बोले, गोधरा ट्रेन को जलाने के कारण घटना को अंजाम दिया गया। इस घटना में 59 लोगों की आग में जलने से मौत हो गई जिसका कोई जिक्र नही है।
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सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को खारिज किया जिससे यह साफ है कि पीएम मोदी के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप राजनीति से प्रेरित थे। गोधरा कांड 27 फरवरी 2002 के दिन अंजाम दिया गया था जिससे पूरा देश दहल उठा था। इस घटना के समया मोदी गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री थे, उन पर जिम्मेदारी का निर्वहन न करने का आरोप लगा था। जिस का मामला कोर्ट तक गया।