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Fri, Dec 19, 2025

PoK कांग्रेस ने दिया, लेकिन इसे वापस BJP की सरकार ही लाएगी, संसद में बोले गृहमंत्री अमित शाह

Written by:Vijay Choudhary
Published:
गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान न केवल राजनीतिक हलचल पैदा करने वाला है, बल्कि यह आने वाले 2027 में कई राज्यों के चुनावी माहौल में भाजपा के लिए एक प्रमुख राष्ट्रीयता आधारित एजेंडा भी बन सकता है।
PoK कांग्रेस ने दिया, लेकिन इसे वापस BJP की सरकार ही लाएगी, संसद में बोले गृहमंत्री अमित शाह

राज्यसभा में अमित शाह

संसद के मानसून सत्र के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक अहम और राजनीतिक रूप से तीखा बयान देते हुए कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) कांग्रेस की ऐतिहासिक भूलों की वजह से भारत से अलग हुआ, लेकिन इसे अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही वापस लाएगी। शाह का यह बयान विपक्ष के तीखे सवालों और चर्चा की मांग के बीच आया।

PoK भारत का था, है और रहेगा

अमित शाह ने कहा, “कांग्रेस की सरकारों ने ऐतिहासिक गलतियां कीं, जिनके कारण आज PoK भारत से अलग है। लेकिन हमारी सरकार की नीति स्पष्ट है। PoK भारत का हिस्सा है और हमेशा रहेगा। हमारी राजनीतिक और संवैधानिक प्रतिबद्धता है कि इसे वापस लाया जाए।” उन्होंने कहा कि संसद में पहले भी सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ था कि जम्मू-कश्मीर का पूरा क्षेत्र, जिसमें PoK भी शामिल है, भारत का अभिन्न हिस्सा है।

नेहरू की गलती का नतीजा है PoK

शाह ने अपने भाषण में सीधे तौर पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “नेहरू जी ने संयुक्त राष्ट्र में मामला ले जाकर देश का नुकसान किया। अगर उस समय मजबूत नेतृत्व होता, तो आज PoK की समस्या होती ही नहीं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने वर्षों तक कश्मीर मसले पर सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए फैसले किए, जबकि भाजपा ने राष्ट्रहित में निर्णायक निर्णय लिए।

370 हटने के बाद आतंकवाद पर शिकंजा

गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हुए बदलावों को भी गिनाया। उन्होंने कहा, “2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की घटनाओं में भारी गिरावट आई है, विदेशी निवेश और विकास की गति तेज हुई है।” उन्होंने बताया कि सरकार अब न केवल सुरक्षा बलों के सहयोग से शांति कायम कर रही है, बल्कि युवाओं को रोजगार, शिक्षा और स्किल डिवेलपमेंट से जोड़ रही है।

भाषण नहीं, संकल्प चाहिए

अमित शाह ने कांग्रेस और I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, “PoK को लेकर भाषण देना आसान है, लेकिन उसके लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और राष्ट्रीय प्रतिबद्धता चाहिए। विपक्ष केवल नारेबाजी करता है, जबकि भाजपा जमीनी स्तर पर बदलाव ला रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसी भी मसले पर चर्चा से नहीं भाग रही है, लेकिन विपक्ष सिर्फ हंगामा करके संसद का समय और जनता का पैसा बर्बाद कर रहा है।

BJP का सख्त रुख

शाह के बयान के बाद भाजपा के सांसदों ने ‘PoK वापस लाओ’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार राजनीतिक, कूटनीतिक और सामरिक स्तर पर हर कदम उठाएगी ताकि PoK भारत में फिर से शामिल हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सेना पूरी तरह सक्षम है और अगर राजनीतिक नेतृत्व ठान ले, तो कोई ताकत PoK को भारत से अलग नहीं रख सकती।

सियासी बयान या रणनीतिक दिशा?

गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान न केवल राजनीतिक हलचल पैदा करने वाला है, बल्कि यह आने वाले 2027 में कई राज्यों के चुनावी माहौल में भाजपा के लिए एक प्रमुख राष्ट्रीयता आधारित एजेंडा भी बन सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह बयान सिर्फ सियासी संदेश है या इसके पीछे कोई रणनीतिक योजना भी तैयार हो रही है। लेकिन एक बात साफ है, PoK को लेकर भाजपा अब सीधे और मुखर रुख अख्तियार कर रही है, और यह विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है।