दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को शास्त्री पार्क का दौरा कर बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने हालात का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से उनकी समस्याएं सुनीं। केजरीवाल ने कहा कि प्रभावित लोग बेहद कठिन परिस्थितियों में रह रहे हैं और उन्हें तत्काल मदद की आवश्यकता है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि उत्तर भारत भीषण बाढ़ की त्रासदी से गुजर रहा है, जिसने दिल्ली समेत कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से राजधानी के तटवर्ती इलाकों में रह रहे हजारों परिवार मुश्किल में हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार से तुरंत राहत शिविरों में भोजन और पानी की व्यवस्था करने और केंद्र सरकार से आपात कदम उठाने की अपील की।
राहत शिविरों में अव्यवस्था
केजरीवाल ने पीड़ितों से बातचीत में जाना कि राहत शिविरों में न तो खाने की व्यवस्था है और न ही पीने के पानी की। लोग मजबूर होकर खुले आसमान के नीचे रात बिता रहे हैं। उन्होंने इसे बेहद गंभीर स्थिति बताते हुए दिल्ली सरकार से तुरंत इंतजाम करने की अपील की।
केंद्र सरकार से आपात कदम की मांग
केजरीवाल ने कहा कि बाढ़ सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे उत्तर भारत में तबाही मचा रही है। लाखों लोग बेघर हो गए हैं, फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और जीवन पटरी से उतर गया है। ऐसे में केंद्र सरकार को आगे आकर आपात कदम उठाने चाहिए।
राज्यों और केंद्र की जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि बाढ़ से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाना केवल राज्य सरकारों का ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार का भी दायित्व है। आपसी सहयोग से ही इस त्रासदी से उबरा जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को हालात पर लगातार नजर बनाए रखनी चाहिए और हर प्रभावित परिवार तक मदद पहुंचानी चाहिए।





