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Fri, Dec 19, 2025

जम्मू-कश्मीर के हजरतबल दरगाह पर अशोक चिह्न को तोड़ा गया, मचा हंगामा; सख्त कार्रवाई करने की मांग

Written by:Mini Pandey
Published:
नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता और जादीबल विधायक तनवीर सादिक ने इस मुद्दे पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि इस्लाम में मूर्ति पूजा निषिद्ध है और यह सबसे बड़ा पाप माना जाता है।
जम्मू-कश्मीर के हजरतबल दरगाह पर अशोक चिह्न को तोड़ा गया, मचा हंगामा; सख्त कार्रवाई करने की मांग

जम्मू-कश्मीर की प्रसिद्ध हजरतबल दरगाह में हाल ही में हुए नवीनीकरण के उद्घाटन पट्टिका पर राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ की नक्काशी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय लोग और राजनीतिक नेता इस चिह्न के खिलाफ हैं, क्योंकि उनका मानना है कि मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर किसी भी प्रकार की आकृति या चित्र इस्लाम के एकेश्वरवाद (तौहीद) के सिद्धांत के विरुद्ध है। यह दरगाह पैगंबर मोहम्मद की पवित्र निशानी को संरक्षित करती है, और इसे मुस्लिम समुदाय के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है।

दरगाह के नवीनीकरण के बाद, जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष दारख्शन अंद्राबी द्वारा उद्घाटन किया गया था। उद्घाटन पट्टिका पर अशोक चिह्न की नक्काशी ने कई भक्तों और नेताओं की नाराजगी को भड़का दिया। भक्तों ने वक्फ बोर्ड पर मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया और इसे शर्मनाक करार दिया। लोगों का कहना है कि इस तरह की नक्काशी इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है।

इस्लाम में मूर्ति पूजा निषिद्ध

नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता और जादीबल विधायक तनवीर सादिक ने इस मुद्दे पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि इस्लाम में मूर्ति पूजा निषिद्ध है और यह सबसे बड़ा पाप माना जाता है। उन्होंने कहा कि हजरतबल दरगाह जैसे पवित्र स्थल पर किसी भी प्रकार की आकृति रखना तौहीद की शुद्धता के खिलाफ है। सादिक ने इसे इस्लाम की मूल मान्यताओं के विरुद्ध बताया।

अशोक चिह्न को हटाया गया

शुक्रवार को, गुस्साए लोगों ने उद्घाटन पट्टिका को तोड़ दिया और उस पर अंकित अशोक चिह्न को हटा दिया। इस घटना ने विवाद को और बढ़ा दिया है और यह मामला अब स्थानीय और राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गया है। लोग वक्फ बोर्ड से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि धार्मिक भावनाओं का सम्मान सुनिश्चित हो सके।