औरंगाबाद।
लॉक डाउन (lock down) के बीच आज शुक्रवार सुबह महाराष्ट्र(maharastra) के औरंगाबाद (orangabad)में बड़ा हादसा हो गया।यहां रेलवे ट्रैक (railway track)पर सो रहे मजदूरों के ऊपर से मालगाड़ी गुजरने गई, जिसमें 15 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जालना की फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर जालना से भूसावल जा रहे थे। मजदूरों को उम्मीद थी कि वहां से मप्र जा पाएंगे।इस हादसे में 05 लोग घायल भी हो गए हैं, जिन्हें औरंगाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दक्षिण मध्य रेलवे के सीपीआरओ ने इस बात की जानकारी दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना औरंगाबाद-जालना रेलवे लाइन पर शुक्रवार सुबह 5.15 बजे हुई. फ्लाईओवर के पास पटरियों पर सो रहे 17 प्रवासी मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई।यह सभी प्रवासी मजदूर मध्य प्रदेश के थे और ट्रेन पकड़ने के लिए भुसावल की ओर जा रहे थे। सभी मजदूर जलगांव में आयरन फॉट्री में काम करते थे। गुरुवार को भी औरंगाबाद से मध्य प्रदेश की ट्रेन चली थी। मजदूर 35-36 km चलने के बाद पटरी पर बदनपुर और करमड के बीच सो गए। सभी मध्य प्रदेश स्थित शहडोल के निवासी हैं। इस घटना पर साउथ सेंट्रल रेलवे के पीआरओ ने कहा कि ये माल गाड़ी की खाली रेक थीं। आरपीएफ और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच रही है।
दक्षिण मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि औरंगाबाद में करमाड के नजदीक यह हादसा हुआ, जब मालगाड़ी ने कुछ लोगों को कुचल दिया। रेलवे पुलिस बल और स्थानी पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा ले रही है।
बता दें कि देशव्यापी लॉकडाउन के चलते कई प्रवासी मजदूर देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हैं। उनके रोजी चली गई है। दो वक्त की रोटी के लिए भी उनको संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में ये मजदूर चाहते हैं कि ये किसी भी प्रकार से अपने घर चले जाएं।
सीएम शिवराज ने किया मुआवजे का ऐलान
हादसे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से फोन पर चर्चा कर हादसे की जांच और मृतक मजदूरों के परिवारों की सहायता करने की मांग की ।मुख्यमंत्री चौहान ने मृतक मजदूरों के परिवार को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की। मध्य प्रदेश सरकार औरंगाबाद एक विशेष विमान और टीम भेज रही है जो कि घायल मजदूरों के उपचार सहित मृतक मजदूरो की समुचित व्यवस्था करेगी ।शिवराज सिंह चौहान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के संपर्क में है और घायल मजदूरों के उपचार संबंधी अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ले रहे है ।