जिस पल का राम भक्तों को सालों से इंतजार था, वो अब बहुत करीब है। 5 जून को अयोध्या का भव्य राम मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। इस दिन मंदिर परिसर में कई और भगवानों के मंदिर भी जनता के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे।
राम मंदिर निर्माण का 99% काम पूरा हो चुका है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि 5 जून को राम दरबार की पूजा होगी और मंदिर के चारों तरफ बने 6 और मंदिरों में भी पूजा होगी। राम लला का मंदिर तो पहले ही तैयार हो गया था, अब बाकी के हिस्से भी पूरा हो गए हैं। मंदिर के पहले माले पर राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियां 23 मई को स्थापित की जाएंगी।

5 जून के बाद इन सभी मंदिरों के होंगे दर्शन
राम दरबार के साथ-साथ भक्त 5 जून के बाद और भी कई मंदिरों के दर्शन कर पाएंगे। मंदिर परिसर में महर्षि वाल्मीकि, गुरु वशिष्ठ, शबरी माता, अहिल्या जी, निषादराज और अगस्त्य मुनि के भी अलग-अलग मंदिर बने हैं। अब ये सभी भी आम लोगों के लिए खोले जाएंगे। इन सभी किरदारों का रामायण में खास रोल रहा है, इसलिए मंदिर में इनका होना आस्था से जुड़ा एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।
1000 साल तक टिका रहेगा राम मंदिर
राम मंदिर को इस तरह बनाया गया है कि वह 1000 सालों तक मजबूत बना रहे। इसके लिए खास डिजाइन और इंजीनियरिंग अपनाई गई है। नृपेंद्र मिश्रा के मुताबिक मंदिर बनाने के दौरान कई मुश्किलें आईं, लेकिन हर बार टीम ने मिलकर समाधान निकाला। मंदिर को बिना स्टील के तैयार किया गया है ताकि यह प्राकृतिक आपदाओं में भी सुरक्षित रहे। अब मंदिर का गुंबद भी तैयार हो चुका है और उस पर ध्वज भी लगा दिया गया है, जो बताता है कि ऊपरी काम भी खत्म हो गया है।