बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने ज्वाइन की कांग्रेस, बोले- जैसे कुश्ती मजबूती से लड़ी ये लड़ाई भी लड़ेंगे

विनेश ने कहा मैं नई पारी की शुरुवात कर रही है मैं चाहती हूँ जो मैंने एक खिलाड़ी के रूप में फेस किया वो दूसरे खिलाड़ियों को भुगतना नहीं पड़े, मुझे मालूम है स्पोर्ट्स में कितना गलत होता है हम अब डरेंगे नहीं पीछे नहीं हटेंगे

Atul Saxena
Published on -
Bajrang Punia and Vinesh Phogat joined Congress

Bajrang Punia and Vinesh Phogat joined Congress : पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने आज कुश्ती के अखाड़े के दांवपेंच को छोड़कर राजनीति के अखाड़े के दांवपेंच लड़ने के लिए कांग्रेस ज्वाइन कर ली। कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजदगी में दोनों पहलवानों ने कांग्रेस का हाथ थामा, उन्होंने कहा कि जैसे हमने कुश्ती में जी जान लगाई वैसे ही अब राजनीति में भी ऐसा ही करेंगे। अपने आंदोलन को याद करते हुए कांग्रेस के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वो लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, दोनों पहलवानों ने भाजपा पर भी निशाना साधा।

जैसी कि लंबे समय से संभावना जताई जा रही थी कि पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस ज्वाइन करेंगे आज ये सच साबित हो गया। पिछले दिनों राहुल गांधी से मुलाकात और फिर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल से मुलाकातों के बाद आज दोनों ने कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।

बुरे समय में ही पता चलता है कौन अपना , कौन पराया 

विनेश फोगाट ने देशवासियों और मीडिया का धन्यवाद देते हुए कहा कि जिस तरह आप हमारी लड़ाई में साथ रहे मैं वादा करती हूँ आपकी उम्मीदों पर खरा उतरूंगी। कांग्रेस को विशेष रूप से धन्यवाद देते हुए विनेश ने कहा कि बुरे समय में ही पता चलता है कि कौन अपना और कौन पराया है, जब हम सड़कों पर घसीटे जा रहे था तब कांग्रेस हमारे साथ थी मुझे गर्व है मैं ऐसी पार्टी के साथ हूँ जो सड़क से संसद तक महिलाओं की लड़ाई लड़ना जानती है। भाजपा पर निशाना साधा विनेश ने कहा कि आंदोलन के समय भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं सियासत कर रही हूँ मैं नेशनल नहीं खेलना चाहती , मैं खेली, फिर कहा कि मैं ट्रायल देना नहीं चाहती , मैंने दी मैं ओलम्पिक के फायनल तक गई अब ईश्वर को कुछ और मंजूर था वो मैंने स्वीकार किया।

हम अब डरेंगे नहीं पीछे नहीं हटेंगे, जो लड़ाई शुरू की थी वो जारी है

विनेश ने कहा मैं नई पारी की शुरुवात कर रही है मैं चाहती हूँ जो मैंने एक खिलाड़ी के रूप में फेस किया वो दूसरे खिलाड़ियों को भुगतना नहीं पड़े, मुझे मालूम है स्पोर्ट्स में कितना गलत होता है हम अब डरेंगे नहीं पीछे नहीं हटेंगे, जो लड़ाई शुरू की थी वो जारी है हम हार नहीं मानेंगे जिन्दगी की जंग भी जीतेंगे हम दिल से देश की सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि देश की किसी भी बहन को, खिलाड़ी को जब मेरी जरुरत पड़ेगी मैं खड़ी रहूंगी।

बुरे समय पर साथ देने के लिए कांग्रेस को दिया धन्यवाद 

बजरंग पुनिया ने कांग्रेस का धन्यवाद देते हुए कहा कि आज हमें इस पार्टी ने मौका दिया है कांग्रेस हमारे बुरे समय में साथ थी, हमने देश की बेटियों की आवाज उठाई उसका भुगतान हमने किया। जंतर मंतर पर जो हुआ उसमें भाजपा ने ही विरोध किया बाकि पार्टियों ने साथ दिया, हमने जितनी मेहनत कुश्ती में की वैसे ही कांग्रेस में करेंगे उसी मजबूती से लड़ेंगे।

बजरंग पुनिया ने भाजपा पर साधा निशाना 

भाजपा पर निशाना साधते हुए बजरंग ने कहा कि जिस दिन विनेश ओलम्पिक फ़ाइनल में पहुंची पूरा देश खुश था और जैसे ही वो बुरी खबर आई देश निराशा में डूब गया सिर्फ भाजपा की आईटी सेल विनेश की असफलता से खुश थी। हमें सोचना पड़ेगा कि हम कैसे लोगों को सपोर्ट कर रहे हैं, बजरंग ने कहा कि हम बेटियों की आवाज उठाते रहेंगे और कांग्रेस को मजबूत करेंगे। आपको बता दें कि बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट दोनों हरियाणा से आते हैं और कांग्रेस दोनों को यहाँ से विधानसभा चुनाव लड़ाना चाहती है, जल्दी ही इसकी घोषणा की जाएगी।

विनेश ने रेलवे की नौकरी से दिया इस्तीफा  

कांग्रेस ज्वाइन करने से पहले विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी से इस्तीफा दे दिया, रेलवे अधिकारियों को भेजे अपने इस्तीफे में विनेश ने लिखा- भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूँगी।

 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News