नई दिल्ली।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में बजट 2019 पेश किया।इस बजट में महिलाओं के बाद किसानों पर विशेष फोकस किया गया। सीतारमण ने कहा कि असल भारत गांव में बसता है और गांव और किसान उनकी हर योजना का केंद्र बिंदु होगा। किसानों का जीवन और व्यवसाय आसान बनाने के लिए काम किए जाएंगे। सीतारमण ने कहा कि सरकार कृषि अवसरंचना में निवेश करेगी। आजादी की 75वीं सालगिरह तक किसान की आय दोगुनी करने की कोशिश की जाएगी। अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने पर काम होगा। किसानों के उत्पाद से जुड़े कामों में प्राइवेट आंत्रप्रेन्योरपिश को बढ़ावा दिया जाएगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जाएगा और कृषि क्षेत्र के विकास के लिए निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दालों के क्षेत्र में देश को आत्म निर्भर बनाया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि तिलहन के क्षेत्र में भी किसान ऐसे ही सफलता पाएंगे, ऐसी उम्मीद है. उन्होंने कहा कि डेयरी कामों को बढ़ावा दिया जाएगा साथ ही ईनाम के किसानों की फसल का सही दाम दिलाया जा रहा है। सरकार जीरो बजट फॉर्मिंग की ओर बढ़ रही है, कुछ राज्यों ने इस लागू भी किया है और कुछ राज्यों के किसानों को इसके लिए ट्रेनिंग भी दी गई है।
उन्होंने कहा कि साथ ही भारत सरकार किसानों के साथ मिलकर बांस उत्पादन और टिंबर के जरिए नवीनीकरण ऊर्जा का उत्पादन किया जा सके। उन्होंने कहा, ‘हम अन्न दाता को ऊर्जा दाता क्यों नहीं बना सकते। निर्मला सीतारमण ने कहा कि ईज ऑफ डुईंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग किसानों के लिए भी लागू होगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही 10000 नई किसान उत्पादक कंपनी (एफपीओ) बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। किसानों को ईएनएएम से लाभ उठाने की अनुमति देने के उपाय किए गए हैं। किसानों को व्यापार करने और जीवन जीने में आसानी के लिए उपाय उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को उस स्थिति में पहुंचाना है जहां पर जीरो बजट खेती कर सकें। इस तरह की खेती में किसान को बाजार पर निर्भर नहीं होना पड़ाता है और ये काफी सस्ती भी है।
किसानों के लिए किए ये बड़े ऐलान
-किसानों के 10 हजार उत्पादक संघ बनाए जाएंगे
-2 करोड़ किसानों को डिजिटल शिक्षा
-कृषि इंफ्रा में निजी निवेश बढ़ाया जाएगा
-जीरो बजट कृषि को बढ़ावा देंगे
-10 हजार नये कृषि उत्पादक संगठन बनाने की उम्मीद
-अन्नदाता को ऊजार्दाता बनाने के लिए कई योजनाएं चलायेंगे
-कृषि से संबधित ग्रामीण उद्योग में 75 हजार नये उद्यमी तैयार करने की योजना
– अगले 5 वर्षों में 10 हजार नए किसान उत्पादक संगठन बनाए जाएंगे।
-डेयरी कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा
– तिलहन में भी किसान हमें आत्मनिर्भर बनाएंगे।