रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ़ की राजनीति (Chhattisgarh Politics) में उथल पुथल का दौर जारी है। एक तरफ ढ़ाई साल के सीएम फॉर्मूले को लेकर विवाद थमने का नाम नही ले रहा है, वही दूसरी तरफ गरियाबंद जिले में 4 जिला कांग्रेस महामंत्री, 2 ब्लॉक कांग्रेस महामंत्री समेत 200 से ज्यादा कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। सभी कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के नाम इस्तीफा सौंपा है।चौंकाने वाली बात ये है कि ये इस्तीफा 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव (By-election 2021) से पहले आए है, जो कि कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हो सकते है।
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आगामी चुनावों से पहले छत्तीसगढ़ कांग्रेस (Chhattisgarh Congress) में प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर तक सियासी घमासान छिड़ गया है।एक साथ गरियाबंद (Gariaband) जिले के 4 जिला महामंत्री, 2 ब्लॉक महामंत्री समेत 200 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वही राजिम विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल (Congress MLA Amitesh Shukla) के खिलाफ भी गंभीर आरोप लगाए हैं।अचानक हुए इस घटनाक्रम से कांग्रेस में हड़कंप मच गया है।
गरियाबंद जिले की कोपरा पंचायत के कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे का पत्र मोहन मरकाम, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, सीएम भूपेश बघेल, जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत, विधायक अमितेश शुक्ल, जिला अध्यक्ष भावसिंह साहू और ब्लॉक अध्यक्ष रूपेश साहू को भेजा है, जिसमें जिला महामंत्री राजेश यादव, ओंकार सिंह ठाकुर, ठाकुर राम साहू और मोतीलाल साहू के नाम शामिल हैं। इसके अलावा 2 ब्लॉक महामंत्री रिकेश साहू ओर नंदकुमार साहू सहित 200 से अधिक गांव के कार्यकर्ता ने भी इस्तीफा दिया है।हालांकि अभी तक किसी का भी इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।
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बता दें कि कोपरा जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है और कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है। वही 30 अक्टूबर 2021 को उपचुनाव होने है, ऐसे में कांग्रेस के लिए यह इस्तीफे बड़ा झटका साबित हो सकते है और आने वाले चुनावों में काफी मुश्किलें पैदा कर सकते है। अमितेश शुक्ल और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व सीएम पंडित रविशंकर शुक्ल के पोते और श्यामाचरण शुक्ल के बेटे हैं। इससे पहले श्यामाचरण शुक्ल भी मध्य प्रदेश के सीएम (Shyamacharan Shukla) रह चुके हैं, जिसके चलते अमितेश की न सिर्फ अपने विधानसभा (Chhattisgarh Legislative Assembly) में बल्कि प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भी मजबूत पकड़ है।