नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता कंपनी फारआई ने अपने कर्मचारियों को बड़ा झटका दे दिया गया है।फारआई ने वार्षिक मूल्यांकन (अप्रेजल) के समय अपने करीब 250 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है।इसकी पुष्टि खुद कंपनी ने की है। हैरानी की बात यह है कि कंपनी ने इस फैसले के बारे में पहले से किसी को कोई जानकारी, नोटिस या चेतावनी नहीं दी थी। अचानक हुए इस एक्शन से कर्मचारी भी शॉक्ड हो गए।
MP में एक्टिव केस 300 पार, 79 नए पॉजिटिव, भोपाल-इंदौर समेत इन जिलों ने बढ़ाई चिंता
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि फारआई ने वार्षिक मूल्यांकन (अप्रेजल) के समय इन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। हालांकि कंपनी का कहना है कि बाजार परिस्थितियों में नरमी आने और टीम के पुनर्गठन की वजह के कारण यह छंटनी की गई है।
इस फैसले के बाद फारआई के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) कुशल नाहटा का भी एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि बाजार में दिख रही नरमी के बीच आने वाले समय में कंपनी अपने उपभोक्ताओं को अधिकतम मूल्य दे सकने वाले क्षेत्रों में ही संसाधनों और प्रयासों को केंद्रित करना चाहती हैं।वही परिचालन सक्षमता बढ़ाने, लागत में कमी लाने और आपूर्ति अनुभव को बेहतर करने पर भी कंपनी का जोर रहेगा ।
बता दे कि फारआई एक वैश्विक सास प्लेटफॉर्म प्रदाता है जो लास्ट-माइल लॉजिस्टिक्स को बदल रहा है। इसकी स्थापना 2013 में नाहटा, गौतम कुमार और गौरव श्रीवास्तव द्वारा की गई थी। पिछले साल मई में ई-कॉमर्स क्षेत्र को सॉफ्टवेयर सेवाएं देने वाली इस कंपनी ने टीसीवी और ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप के नेतृत्व में अपने सीरीज-ई फंडिंग राउंड में 100 मिलियन डॉलर जुटाए थे।