संभल दंगे को लेकर एक सीक्रेट लेटर पुलिस को मिला है। इस सीक्रेट लेटर में संभल दंगे को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है। दरअसल लेटर में बताया गया है कि संभल दंगे में बाहर के कुछ लोग शामिल थे। जिन्होंने माहौल बिगड़ने की कोशिश की थी। जानकारी के मुताबिक यह सभी दंगाई एक दिन पहले ही शहर पहुंचे थे। उन्होंने पहले से इस दंगे को लेकर तैयारियां की थी। हालांकि अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि यह लेटर किसने भेजा है। पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है।
बता दें कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद के नाम पर संभल में दंगा हुआ था। इस दंगे में उपद्रवियों ने जमकर कोहराम मचाया था। मामले में पुलिस पर गोली कर चलाने का भी आरोप लगा था। वही इस पूरी हिंसा के दौरान पुलिस ने पाकिस्तान कारतूस को भी बरामद किया था। अब पुलिस को मिले इस सीक्रेट लेटर ने इस पूरे मामले में सनसनी फैला दी है।
सीक्रेट लेटर में दंगाइयों के सबूत को लेकर भी जानकारी दी गई
इस लेटर के अनुसार 24 तारीख से 1 दिन पहले यानि 23 नवंबर को बाहरी लोग संभल पहुंचे थे। यह आंकड़ा 10 से 12 लोगों का बताया जा रहा है। जिन्होंने संभल में माहौल बिगाड़ने की योजना बनाई थी। यह सीक्रेट लेटर 13 दिसंबर को संभल की सदर कोतवाली को डाक के जरिए भेजा गया है। इस लेटर में कहा गया है कि संभल हिंसा में हापुड़ से आए लोग भी शामिल थे। वही इस सीक्रेट लेटर में दंगाइयों के सबूत को लेकर भी जानकारी दी गई है। लेटर में कहा गया है कि अगर सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जाएगा तो उपद्रवियों का सच सामने आ जाएगा। इसके साथ ही इस लेटर में संभल हिंसा को डासना हिंसा से भी जोड़ा गया है।
डासना हिंसा से जुड़े संभल हिंसा के तार
बता दें कि संभल हिंसा से पहले हापुड़ के नजदीक ही डासना में भी 6 अक्टूबर को बड़ा हंगामा देखने को मिला था। उपद्रवियों की एक भीड़ ने जमकर उपद्रव किया था। सीक्रेट लेटर के मुताबिक संबल हिंसा के उपद्रवी और डसना हिंसा के उपद्रवी हापुड़ से ही थे। बता दें कि संभल दंगों की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया जा चुका है। एसआईटी द्वारा दंगे से जुड़े सबूत को लगातार खंगाला जा रहा है। दंगे से 100 किलोमीटर दूर तक के एरिया को लेकर एसआईटी जांच कर रही है। पुलिस को शक है कि संभल हिंसा के उपद्रवी बाहरी थे। पुलिस का मानना है कि इतनी बड़ी हिंसा अचानक नहीं हो सकती, इसे पूरी तरह योजना बनाकर किया गया है।