Big increase in passengers: भारत में हवाई सफर करने का स्वाभाविक तरीके से विस्तार हो रहा है और इसमें एक नई ऊर्जा महसूस हो रही है। इंडिगो एयरलाइंस के आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में 3 करोड़ लोगों ने पहली बार हवाई यात्रा की है, जो एक बड़े परिवर्तन का संकेत है। इस बढ़ते हुए रुझान में, दिखाई पड़ता है की यह एक बड़ा आर्थिक बदलाव है। दरअसल हवाई यात्रा करने के लिए आमजनों में अब आर्थिक समस्या की कमी आना शामिल हो सकता है। साथ ही देखा जा सकता है की अब लोग हवाई यात्रा को भी सुरक्षित महसूस कर रहे है।
एयरलाइंस कंपनियों के सख्त सुरक्षा नियमों ने लोगों में विश्वास बढ़ाया:
हवाई यात्रा की इतनी संख्या में बढ़ोतरी का कारण है अच्छी और सुरक्षित सुविधाएं। एयरलाइंस कंपनियों के सख्त सुरक्षा नियमों ने लोगों में विश्वास बढ़ाया है और उन्हें सहजता का अहसास कराया है। यहां तक कि हवाई सफर को सपना मात्र नहीं, बल्कि एक स्वाभाविक और सामान्य तरीके का हिस्सा बना दिया गया है। यह वृद्धि तब हो रही है, जब भारतीय यात्री आय वर्गों में बढ़ोतरी कर रहे हैं।
पहली बार हवाई सफर करने वालों की विशेषता:
कैपा इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में हवाई सफर करने वालों में से 15% यात्री पहली बार सफर करने वाले होंगे। इसमें शामिल होने वाले यात्री का औसत आयु भी कम हो गई है। कैपा इंडिया के सीईओ कपिल कौल के अनुसार, उनकी आंशिक पूर्वानुमानित राय के अनुसार, 2024 में हवाई सफर करने वाले लोगों में से 2.5 करोड़ पहली बार यात्रा करेंगे। इससे साल की कुल यात्री संख्या 15.5 करोड़ होगी।
एयरलाइंस कंपनियों के विशेषज्ञता और सुरक्षा के अलावा, इस वृद्धि में सरकार का समर्थन भी महत्वपूर्ण रूप से योगदान कर रहा है। यह भारतीय यात्री को विश्वसनीय और सुरक्षित हवाई सुविधाएं प्रदान करने में सक्रिय रूप से शामिल है।
यह वृद्धि सिर्फ यात्री संख्या में ही नहीं, बल्कि यात्रा करने वालों की आय में भी बढ़ोतरी का माध्यम बन रही है। यह एक नए संभावनाओं के दरवाजे खोल रही है और हवाई सफर को एक आम भारतीय के लिए अधिक सुलभ बना रही है।