कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी, बोनस से इतनी बढ़कर आएगी सैलरी, ये है पूरा गणित

Pooja Khodani
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र की मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों (Central Government Employess) को 7th Pay Commission के तहत महंगाई भत्ते और राहत (DA/DR Hike) के बाद दिवाली बोनस का तोहफा दिया है,इसके तहत कर्मचारियों को बोनस के रूप में 30 दिनों का वेतन मिलेगा। इसके तहत इस बार केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी 7000 रुपये तक बढ़कर आएगी।

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वित्त मंत्रालय के मुताबिक तदर्थ बोनस (Ad-hoc Bonus) के भुगतान की गणना की सीमा 1 अप्रैल 2014 से संशोधित रूप में 7000 रुपये की मासिक परिलब्धियां होगी।इसके तहत उत्पादकता लिंक्ड बोनस योजना के अंतर्गत ना आने वाले ग्रुप ‘C’ और ‘B’ के सभी अराजपत्रित कर्मचारी शामिल होंगे। इसके अलावा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और सशस्त्र बलों के पात्र कर्मचारियों को भी लाभ होगा।व्यय विभाग (DOE), वित्त मंत्रालय के आदेशानुसार, जो कर्मचारी 31 मार्च 2021 की सेवा में थे और वर्ष 2020-21 के दौरान कम से कम 6 महीने की सेवाओं में रहे उन्हें तदर्थ बोनस के भुगतान किया जाएगा।

ऐसे समझें पूरा गणित

  • केवल वे कर्मचारी इन आदेशों के अंतर्गत भुगतान के पात्र होंगे, जो 31.03.2021 को सेवा में थे और जिन्होंने वर्ष 2020-21 में न्यूनतम छह महीने तक त्रगातार सेवा की है।
  • वर्ष में छह महीने से लेकर पूरे एक वर्ष तक लगातार सेवा की अवधि के लिए पात्र कर्मचारियों को यथा-अनुपात भुगतान (Diwali Bonus) किया जाएगा।
  • पात्रता-अवधि की गणना सेवा के महीनों (महीनों की निकटतम पूर्णाकित संख्या) के रूप में की जाएगी।
  • उत्पादकता असंबदध बोनस (तदर्थ बोनस) की मात्रा की गणना औसत परिलब्धियों/गणना
    की उच्चतम सीमा, इनमें से जो भी कम हो, के आधार पर की जाएगी।
  • एक दिन के लिए उत्पादकता असंबद्ध बोनस (तदर्थ बोनस) की गणना करने के लिए एक वर्ष की औसत परिलब्धियों को 30.4 (एक महीने के औसत दिनों की संख्या) से विभाजित किया जाएगा। तत्पश्चात्‌ दिए जाने वाले बोनस के दिनों की संख्या से इसको गुणा किया जाएगा।
  • उदाहरण के लिए, मासिक परिलब्धियों की उच्चतम गणना सीमा को 7000/- रुपए (जहां वास्तविक औसत परिलब्धियां 7000/- रुपए से ज्यादा हैं) मानते हुए 30 दिनों के लिए उत्पादकता असंबदध बोनस (तदर्थ बोनस) 7000 x 30/30.4 = 6907.89/- रुपए (पूर्णांकित 6908/- रुपए) बनेगा।
  • ऐसे दिहाड़ी मजदूर, जिन्होंने 6 कार्य-दिवसीय सप्ताह वाले कार्यात्रयों में पिछले तीन अथवा इससे अधिक वर्ष में हर वर्ष कम से कम 240 दिन (पांच कार्य-दिवसीय सप्ताह वाले कार्यालयों के मामले में 3 या इससे अधिक वर्ष में हर वर्ष 206 दिन) कार्य किया है, इस उत्पादकता असंबदध बोनस (तदर्थ बोनस) के भुगतान के पात्र होंगे।
  • देय उत्पादकता असंबद्ध बोनस (तदर्थ बोनस) की राशि 1200 रुपए x 30/30.4 अर्थात 1184.21/- रुपए (पूर्णाकित 1184/- रुपए) होगी। ऐसे मामलों में जहां वास्तविक परिलब्धियां 1200/- रुपए प्रतिमाह से कम हैं, इस राशि की गणना वास्तविक मासिक परिलब्धियों के आधार पर की जाएगी।
  • इन आदेशों के अंतर्गत सभी भुगतान रुपए के निकटतम पूर्णाक में किए जाएंगे।तदर्थ/उत्पादकता असंबदध बोनस के विनियमन के संबंध में विभिन्‍न बिंदु अनुबंध में दिए

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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