नई दिल्ली/भोपाल| लॉकडाउन (Lockdown) में अन्य राज्यों में फंसे लोगों के लिए केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने बड़ी राहत दी है| गृह मंत्रालय ने अपने गृह क्षेत्र से दूर फंसे हुए छात्रों, प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों, आदि को रेल के माध्यम से आवाजाही की अनुमति दी है। इसके साथ ही रेल मंत्रालय ने ‘श्रमिक स्पेशल ट्रेन’ चलाए जाने का ऐलान किया है| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है| उन्होंने कहा इससे तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, असम और दूरस्थ इलाकों में फंसे अपने मजदूरों और विद्यार्थियों को वापस लाना आसान हो जाएगा।
रेलवे ने ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन (Shramik Special trains) चलाने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत आज से मजदूर दिवस के मौके पर की गई है। आज प्रधानमंत्री के साथ अहम बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने रेलवे बोर्ड को स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी दी। गृह मंत्रालय (MHA) की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए राज्य और रेलवे बोर्ड आवश्यक व्यवस्था करेंगे।
ये स्पेशल ट्रेनें पॉइंट-टू-पॉइंट राज्य सरकारों के अनुरोध पर चलेंगी। इस दौरान स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। ट्रेन संचालन में किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए राज्य सरकार और रेलवे मिलकर स्पेशल नोडल ऑफिसर की नियुक्ति कर सकते हैं। इनकी जिम्मेदारी श्रमिक स्पेशल ट्रेन का उचित संचालन होगा।
हर यात्री के लिए मास्क लगाना अनिवार्य
ट्रेन का नाम श्रमिक ट्रेन रखा गया है। 72 की जगह 54 सीटें होंगी। सारे कोच जनरल होंगे, इनमें एसी एवं स्लीपर को शामिल नहीं किया गया है। पूरी यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेसिंग के नियम का पालन सख्ती से किया जाएगा। जहां से ट्रेन चलेगी, श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का दायित्व उस राज्य का होगा। श्रमिकों को पूरी तरह सैनेटाइज करके ट्रेनों तक लाया जाएगा और इसी प्रकार ट्रेन से उतरने के बाद उन्हें संबंधित क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा। हर यात्री के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा।