पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के काफिले पर मंगलवार को कूचबिहार जिले में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर हमला किया। खगराबाड़ी इलाके में हुई इस घटना में अधिकारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री निशिथ प्रमाणिक के वाहन के बुलेटप्रूफ शीशे तोड़े गए, साथ ही एक पुलिस वाहन की खिड़की भी क्षतिग्रस्त हुई। इस हमले से क्षेत्र में तनाव फैल गया, हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इसे भाजपा का सुनियोजित नाटक करार दिया।
अधिकारी कूचबिहार में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर भाजपा की रैली का नेतृत्व करने और हाल के हमलों के विरोध में ज्ञापन सौंपने आए थे। इस दौरान तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों के उत्पीड़न और एनआरसी लागू करने के प्रयास के विरोध में 19 स्थानों पर धरना प्रदर्शन किया। खगराबाड़ी चौराहे पर तृणमूल कार्यकर्ताओं की भीड़ ने अधिकारी के काफिले को रोकने की कोशिश की और वापस जाओ जैसे नारे लगाए।
रोहिंग्या घुसपैठियों के जरिए हमला
अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने रोहिंग्या घुसपैठियों के जरिए हमला करवाया, जिसमें उनके वाहन पर रॉड, लाठी-डंडों और पत्थरों से वार किया गया। उन्होंने कहा कि बुलेटप्रूफ वाहन के कारण वह सुरक्षित बचे और अब पुलिस अधीक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। निशिथ प्रमाणिक ने दावा किया कि हमले का नेतृत्व उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने किया, जो एक स्थानीय धार्मिक संस्थान से भीड़ को निर्देश दे रहे थे।
भाजपा का आंतरिक कलह बताया
तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसमें उनके कार्यकर्ता शामिल नहीं थे। तृणमूल के कूचबिहार जिला अध्यक्ष पार्थ प्रतीम रे ने इसे भाजपा के आंतरिक कलह का परिणाम बताया और कहा कि यह हिंसा पार्टी का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास है। इस घटना में किसी के घायल होने की पुष्टि अभी नहीं हुई है।





