गुजरात मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल, इस क्रिकेटर की पत्नी बनी मंत्री, जानें उनका राजनीतिक करियर

इस क्रिकेटर की पत्नी ने 2019 में बीजेपी जॉइन किया। इसके बाद 2022 में जामनगर उत्तर से विधायक बनीं और अब गुजरात कैबिनेट में राज्य मंत्री बनीं। उनका यह करियर बहुत ही कम सालों का रहा है। आइए पढ़ते हैं विस्तार से...

गुजरात की राजनीति में शुक्रवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला। बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपनी नई कैबिनेट की घोषणा की, जिसमें कुल 26 सदस्य शामिल किए गए। इस नई टीम में सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा हैं। जी हां! अब रिवाबा सिर्फ क्रिकेटर की पत्नी ही नहीं, बल्कि प्रदेश सरकार की मंत्री बन चुकी हैं। राजनीति में उनका सफर ज्यादा लंबा नहीं है, लेकिन बहुत ही जल्दी उन्होंने अपनी अलग पहचान बना ली। साल 2019 में रिवाबा ने बीजेपी से जुड़कर राजनीतिक दुनिया में कदम रखा था। उन्होंने समाज के कई कामों में हिस्सा लिया और धीरे-धीरे जनता के बीच अपनी छवि बनाई। चुनाव के दौरान उनके पति रवींद्र जडेजा ने भी उनके लिए प्रचार किया।

रिवाबा जडेजा अब जामनगर उत्तर सीट से बीजेपी की विधायक बनीं, जिन्होंने अहमदाबाद में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सभी नए मंत्रियों के साथ शपथ ली। इससे पहले मुख्यमंत्री और पुराने मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था, ताकि नई टीम के साथ सरकार एक नई शुरुआत कर सके।

यहां से हुई चर्चा

रिवाबा का नाम पहली बार तब सुर्खियों में आया जब उन्होंने 17 अप्रैल 2016 को भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा से शादी की। दोनों की मुलाकात एक पार्टी में हुई, लेकिन इससे पहले रिवाबा उनकी बहन नैना की दोस्त थीं। नैना के जरिए रिवाबा और रवींद्र करीब आए और धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। शादी से पहले दोनों ने एक-दूसरे को जानने और समझने का समय लिया। शादी के बाद वह ज्यादा चर्चा में नहीं थीं, लेकिन साल 2022 में एक बड़ा मोड़ आया। उन्हें खासकर समाज सेवा में सक्रिय रहने के लिए जाना जाता है। हमेशा लोगों के बीच जाकर, उनकी समस्याओं को समझना और उनका समाधान निकालना उनकी आदत रही है। वहीं, साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। उनके सबसे करीबी प्रतिद्वंदी आम आदमी पार्टी के कर्षणभाई कर्मूर रहे, लेकिन रिवाबा ने उन्हें करीब 50 हजार वोटों से मात दी। वहीं, कांग्रेस के बिपेंद्रसिंह चतुरसिंह जाडेजा तीसरे नंबर पर रहे।

पर्सनल लाइफ

पर्सनल लाइफ की बात करें तो रिवाबा जडेजा का जन्म 5 सितंबर 1990 को हुआ था। उनके पिता हरदेव सिंह सोलंकी एक व्यवसायी हैं, जबकि मां प्रफुल्लबा सोलंकी भारतीय रेलवे में काम करती थीं। रिवाबा ने अपनी पढ़ाई गुजरात के राजकोट स्थित आत्मीय इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पूरी की। पढ़ाई के दौरान वह यूपीएससी की तैयारी भी कर रही थीं। हालांकि, फैमिली पहले से ही राजनीति का हिस्सा रही है, तो रिवाबा ने भी इसी में अपनी किस्मत अजमाई। इसमें कमाल की बात यह रही कि उन्होंने बीजेपी को ज्वॉइन किया।

चलाया NGO

राजनीति में कदम रखने से पहले रिवाबा समाज सेवा में सक्रिय रही हैं। उन्होंने मातृशक्ति चैरिटेबल ट्रस्ट नाम का NGO चलाया और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया। साल 2019 में गुजरात के कृषि मंत्री आर सी फालदू और जामनगर की सांसद पूनम मदाम की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा। इसके पहले वह करणी सेना की महिला शाखा की प्रमुख भी रही हैं। करणी सेना का यह संगठन साल 2018 में फिल्म पद्मावत के खिलाफ विरोध के कारण चर्चा में आया था।

राजनीतिक सफर

  • उनका राजनीतिक सफर साल 2018 में शुरू हुआ, जब उन्हें करणी सेना के महिला प्रकोष्ठ की प्रमुख बनाया गया। करणी सेना एक क्षत्रिय समुदाय का संगठन है, जो सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों के लिए जाना जाता है।
  • साल 2019 में रिवाबा ने बीजेपी का दामन थामा। गुजरात के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली और फिर धीरे-धीरे अपनी राजनीतिक पहचान बनाना शुरू किया।
  • साल 2022 में जब उन्होंने जामनगर उत्तर विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, तब भारी मतों जीत हासिल की।
  • वहीं, अब उन्हें रिवाबा जडेजा को गुजरात कैबिनेट में राज्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया।

सूत्रों की मानें तो बीजेपी का यह आने वाले लोकल बॉडी चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर उठाया जाने वाला माना जा रहा है।


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