मध्य प्रदेश के खजुराहो सीट से सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने आज लोकसभा में कृषि शिक्षा की मॉनिटरिंग और किसानों तक तकनीक पहुंचाने को लेकर अहम सवाल उठाया। उन्होंने कहा देश में 77 एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, 113 इंस्ट्यूशन्स, 425 शासकीय महाविद्यालय और 300 के करीब प्राइवेट कॉलेज चल रहे हैं। लेकिन ऐसा कोई भी सिस्टम नहीं है जो इनकी मॉनिटरिंग कर सके। इसके अलावा उन्होंने ये भी जानना चाहा कि पीएम मोदी ने आह्वान किया है कि लैब में तैयार की गई तकनीकों को किसानों तक जल्द से जल्द पहुंचाया जाए सरकार इस दिशा में सरकार की क्या योजना है?
मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं खजुराहो के सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने आज लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान दो महत्वपूर्ण प्रश्न किये, उन्होंने कृषि शिक्षा के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम पर सरकार से सवाल किया और इसकी आवश्यकता जताई और लैब में तैयार की गई तकनीकों को किसानों तक जल्द से जल्द पहुँचाने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयास की जानकारी मांगी।
वीडी शर्मा ने उठाई कृषि शिक्षा में मॉनिटरिंग सिस्टम की मांग
सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि एग्रीकल्चर एजुकेशन के लिए अभी कोई मॉनिटरिंग का सिस्टम नहीं है जिसके कारण कई प्रकार की समस्याएं आ रही हैं। उन्होंने पूछा जैसे मेडिकल शिक्षा के लिए आईसीएमआर है, इसी प्रकार नेशनल एग्रीकल्चर एजुकेशन काउंसिल जैसी संस्था क्या इसकी मॉनिटरिंग के लिए खड़ी होगी? उनके सवाल एक जवाब में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने बताया कि वर्तमान में कृषि विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में नियमन और मॉनिटिरिंग के लिए किसी वैधानिक एजेंसी की स्थापना का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) कृषि शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार कार्यों में समन्वय स्थापित करने का कार्य कर रही है।
लैब में तैयार की गई तकनीक किसानों तक कब पहुंचेगी : वीडी
सांसद वीडी शर्मा ने कृषि मंत्री से पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया है कि लैब में तैयार की गई तकनीकों को किसानों तक जल्द से जल्द पहुंचाना चाहिए, जिससे वो इसका भरपूर लाभ ले सकें, इस दिशा में किसान एवं कृषि कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर विकसित कृषि संकल्प अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक चलाया गया। क्या विकसित कृषि संकल्प अभियान आगे भी चलाया जाएगा?
कृषि शिक्षा को कैसे बेहतर करना है उस पर भी विचार करेंगे: शिवराज
वीडी शर्मा के सवाल का जवाब देते हुए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा सांसद विष्णु दत्त शर्मा शिक्षा के क्षेत्र में कई वर्षो तक काम कर चुके हैं। उनके एक सवाल का जवाब राज्यमंत्री दे चुके हैं वो एग्रीकल्चर की संसदीय समिति के सदस्य भी हैं, हम एग्रीकल्चर शिक्षा को कैसे बेहतर करना है उस पर भी विचार करेंगे। उन्होंने कहा सदस्य ने जो दूसरा सवाल किया है वो बहुत महत्वपूर्ण है
कृषि मंत्री ने बताई सरकार की कार्य योजना
- शिवराज ने कहा ये मोदी सरकार है, पहली बार ऐसा हुआ है कि जो शोध और अनुसंधान लैब में होता है उसे लैंड तक पहुंचाने का फैसला किया है देश के कृषि वैज्ञानिक लैब से निकलकर लैंड तक गए हैं। विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत और एक करोड़ 33 लाख किसानों से सीधा संवाद किया है।
- 60 हजार से ज्यादा कार्यक्रम हुए हैं और उन कार्यक्रमों में नए बीज नई कृषि पद्धतियां, मैगनाइजेशन के नए सिस्टम, जलवायु और जलवायु के अनुरूप वहां कौन सी फसल ठीक होगी, माटी में जो पोषक तत्व हैं उसके हिसाब से वहां कौन सी फसल, फसल की कौन सी किस्म पैदा होगी उसके बारे में एजुकेट करने का प्रयत्न किया गया है।
- केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि इसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आए हैं। हमको लगभग 500 ऐसे विषय मिले जिन पर शोध की जरूरत है। हमने ये तय किया है कि वैज्ञानिक अपने मन से लैब में शोध नहीं करेंगे बल्कि जो किसानों की समस्याएं हैं उन पर शोध करेंगे। उसके आधार पर रिसर्च किया जाएगा।
- 500 विषय तय किए हैं और किसानों ने भी 300 नवाचार किए हैं ये नवाचार भी किसानों तक पहुंचाए जाएंगे। मैं आपके माध्यम से सदन को और किसानों को बताना चाहता हूं कि 3 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक फिर विकसित कृषि संकल्प अभियान प्रारंभ होगा।
- अब ये सरकार कृषि भवन से नहीं चलेगी, खेतों से चलेगी, खलियानों से चलेगी किसानों के साथ चलेगी।





