महाराष्ट्र में निकाय चुनावों से पहले देवेंद्र फडणवीस सरकार मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार, सरकार जल्द ही मंत्रियों के प्रदर्शन का गहन मूल्यांकन शुरू करने जा रही है। इस ऑडिट में मंत्रियों के विभागीय कार्य, योजनाओं का कार्यान्वयन और जनता से जुड़ाव जैसे मानकों पर उनकी कार्यशैली की जांच होगी। खराब प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों को पद से हटाया जा सकता है।
महायुति सरकार इस कदम के जरिए मंत्रियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने और उनके कामकाज को बेहतर बनाने का लक्ष्य रख रही है। यह प्रक्रिया गुजरात सरकार के मॉडल से प्रेरित है, जहां खराब प्रदर्शन के आधार पर कई मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा था। महाराष्ट्र में भी इसी तरह का मूल्यांकन होगा, और अच्छा प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों के पद सुरक्षित रह सकते हैं।

सक्षम नेताओं को मौका देने पर जोर
मुंबई के एक भाजपा विधायक ने बताया कि ऐसी समीक्षा उनकी पार्टी की कार्यशैली का हिस्सा है, जो सक्षम नेताओं को मौका देने पर जोर देती है। वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक प्रकाश सर्वे ने इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदर्शन आधारित फेरबदल नए चेहरों को अवसर देगा। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के पास पहले से ही सभी मंत्रियों और विभागों का विस्तृत डेटा उपलब्ध है।
फडणवीस सरकार मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावना
फडणवीस सरकार 5 दिसंबर 2025 को अपना एक साल पूरा करेगी, और इस ऑडिट के बाद मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावना प्रबल है। यह कदम न केवल सरकार की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए है, बल्कि आगामी निकाय चुनावों में जनता के बीच सकारात्मक संदेश देने की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।










