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Sat, Dec 20, 2025

क्या वोट देने की उम्र घटाकर 16 साल कर देनी चाहिए? ब्रिटेन के फैसले से भारत समेत दुनिया भर में छिड़ी बहस

Written by:Mini Pandey
Published:
प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने तर्क दिया कि 16 वर्ष की उम्र में नागरिक काम शुरू कर सकते हैं और कर चुका सकते हैं। इसलिए उन्हें यह तय करने का अधिकार होना चाहिए कि उनका पैसा कैसे खर्च हो।
क्या वोट देने की उम्र घटाकर 16 साल कर देनी चाहिए? ब्रिटेन के फैसले से भारत समेत दुनिया भर में छिड़ी बहस

ब्रिटेन की लेबर सरकार ने अगले आम चुनाव से पहले देश में सभी चुनावों के लिए मतदान की उम्र 18 से घटाकर 16 वर्ष करने की घोषणा की है। यह कदम लगभग छह दशक बाद उठाया गया है जब 1969 में मतदान की उम्र 21 से 18 वर्ष की गई थी। भारत में यह बदलाव 1989 में संविधान के 61वें संशोधन के माध्यम से हुआ था। ब्रिटेन का यह निर्णय वैश्विक लोकतंत्रों में मतदान की उम्र को लेकर नई बहस छेड़ सकता है क्योंकि सरकार ने इसके लिए कई कारण गिनाए हैं, जैसे युवाओं की भागीदारी बढ़ाना और लोकतंत्र में उनकी आवाज को मजबूत करना।

प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने तर्क दिया कि 16 वर्ष की उम्र में नागरिक काम शुरू कर सकते हैं और कर चुका सकते हैं। इसलिए उन्हें यह तय करने का अधिकार होना चाहिए कि उनका पैसा कैसे खर्च हो। ब्रिटेन में इस सुधार से स्कॉटलैंड और वेल्स की तरह मतदान की उम्र पूरे देश में एकसमान हो जाएगी जहां स्थानीय चुनावों में 16 और 17 वर्ष के युवा पहले से ही वोट डाल सकते हैं। अनुमान है कि यदि सभी 1.6 मिलियन 16-17 वर्ष के युवा मतदाता के रूप में पंजीकृत होते हैं तो कुल मतदाताओं में लगभग 3% की वृद्धि होगी। अगला आम चुनाव 2029 में होने की संभावना है और तब तक यह आंकड़ा बदल सकता है।

जब मतदान की उम्र 21 से 18 वर्ष हुई 

भारत में 1989 के संविधान संशोधन ने मतदान की उम्र 21 से 18 वर्ष की थी जिसका कारण उस समय की युवा पीढ़ी की साक्षरता और राजनीतिक जागरूकता को बताया गया था। प्रस्ताव में कहा गया था कि युवा राजनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए तैयार हैं। वर्तमान में भारत में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ जैसे सुधारों की चर्चा चल रही है लेकिन मतदान की उम्र को लेकर कोई बड़ा सार्वजनिक विमर्श नहीं है। बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग मतदाता सूची संशोधन कर रहा है जिससे संविधान का अनुच्छेद 326 फिर से चर्चा में है।

दूसरे देशों में क्या है मतदान का पैमाना

दुनियाभर में कुछ ही देश (जैसे- ऑस्ट्रिया और ब्राजील) 16 वर्ष की उम्र में मतदान की अनुमति देते हैं। शोध बताते हैं कि मतदान की उम्र कम करने से चुनाव परिणामों पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ता लेकिन 16 वर्ष के युवा 18 वर्ष की उम्र में पहली बार मतदान करने वालों की तुलना में अधिक उत्साह से वोट डालते हैं। ब्रिटेन में 2024 के आम चुनाव में मतदान प्रतिशत 60% से कम रहा जो 2001 के बाद सबसे कम है। इसके अलावा, सर्वेक्षणों से पता चला है कि 16-17 वर्ष के युवाओं में लेबर पार्टी की लोकप्रियता अधिक है जिसे स्टार्मर की सरकार अपने पक्ष में देख रही है।