BSF Foundation Day : आज सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ अपना 59वां स्थापना दिवस मना रहा है। बता दें, भारत सरकार की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा की निगरानी करने के लिए 1 दिसंबर 1965 में सीमा सुरक्षा बल की स्थापना की गई थी। दरअसल, भारत-पाक युद्ध के बाद 1965 में भारतीय सीमा की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए बीएसएफ स्थापना की गई थी। तभी से हर साल 1 दिसंबर के दिन बीएसएफ और बीएसएफ कर्मियों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए स्थापना दिवस मनाया जाता है। आज के समय में आपदा व आंतरिक सुरक्षा से निपटने के लिए बीएसएफ अहम रोल अदा कर रहा है। आज स्थापना दिवस के खास मौके पर पीएम मोदी सहित कई अन्य दिग्गजों ने इस उत्कृष्ट बल की सराहना की और बधाइयां भी दी।
पीएम मोदी ने सराहना करते हुए दी बधाई
पीएम मोदी ने बधाई देते हुए कहा है कि बीएसएफ के स्थापना दिवस पर हम इस उत्कृष्ट बल की सराहना करते हैं, जिसने हमारी सीमाओं के संरक्षक के रूप में अपनी पहचान बनाई है। हमारे राष्ट्र की रक्षा में उनकी वीरता और अटूट भावना उनके समर्पण का प्रमाण है। मैं प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर बचाव और राहत कार्य के दौरान बीएसएफ की भूमिका की भी सराहना करना चाहूंगा।
जानें कौन थे पहले डीजी
भारत के तीसरे प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 1965 में अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बल गठन पर ध्यान दिया और फोर्स के गठन का फैसला लिया। इसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी खुसरो फ़रामुर्ज़ रुस्तमजी को दी गई। उन्हें ही संगठन का प्रमुख बनाया गया। खास बात ये है कि वह एक ऐसे अकेले बॉर्डर मैन थे जिनका कोई अधिकारी नहीं था।
उन्होंने खुद पुलिस, थल सेना, वायु सेना, नौसेना और अकादमिक जगत में मौजूद सर्वश्रेष्ठ लोगों का चयन किया। इसी से नई फाॅर्स बनाई गई। इतना ही नहीं इसमें 25 बटालियन को भी शामिल किया गया। जिसके बाद गठन की प्रक्रिया पूरी हुई। इतना ही नहीं बाद में भी उन्हें बटालियन की जरुरत पड़ी जिसके बाद सिर्फ एक साल के अंदर ही उन्होंने 52 बटालियन वाली एक सशक्त फोर्स तैयार की। आज के समय में 192 बटालियन और 257,363 से ज्यादा जवान मौजूद है। इसमें नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की 3 बटालियन भी शामिल है।