जनगणना के लिए केंद्र सरकार ने जारी की अधिसूचना, जानिए कैसे और कब तक पूरी होगी Census

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जनगणना के लिए अधिसूचना जारी कर दी है ये 2027 में पूरी होगी, इस बार दो चरणों में जनगणना होगी इसमें पहली बार जातीय जनगणना (Caste Census) शामिल की गई है।

पिछले दिनों जनगणना (Census) कराने की घोषणा करने के बाद अब केंद्र सरकार ने इसके लिए अधिसूचना भी जारी कर दी, गृह मंत्रालय ने आज सोमवार 16 जून को भारत की जनगणना के लिए अधिसूचना जारी कर दी, बता दें ये जनगणना 16 साल बाद हो रही है, इससे पहले 2011 में जनगणना हुई थी। खास बात ये कि इस बात जातीय जनगणना भी होगी जो इसी में शामिल होगी।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारत की 16वीं जनगणना के लिए अधिसूचना जारी कर दी है, अधिसूचना जारी करने से पहले  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल रविवार को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, रजिस्ट्रार जनरल और सेंसस कमिश्नर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जनगणना की तैयारियों को लेकर समीक्षा भी की।

दो चरणों में होगी जनगणना

उल्लेखनीय है कि 2027 में पूरी होने वाली ये जनगणना आजादी के बाद 8वीं जनगणना है जबकि देश की कुल 16वीं जनगणना है, अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि इस बार जनगणना दो चरणों में होगी,  एक अक्टूबर 2026 तक लद्दाख जैसे बर्फीले क्षेत्रों में जनगणना होगी और एक मार्च 2027 तक देश के बाकी हिस्सों में जनगणना का काम पूरा होगा, जानकारी के अनुसार इस जनगणना प्रक्रिया में 1.3 लाख अधिकारी शामिल होंगे।

जातिगत गणना भी की जाएगी 

दो चरणों में होने वाली जनगणना के पहले चरण में ‘हाउस लिस्टिंग ऑपरेशन’ (एचएलओ) होगा इसके तहत जनगणना करने वाले कर्मचारी प्रत्येक घर, संपत्ति और सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्र करेंगे इसके बाद दूसरा  चरण होगा  जनसंख्या आकलन (पीई) किया जाएगा जिसमें प्रत्येक घर के प्रत्येक व्यक्ति की गिनती, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य जानकारी एकत्रित की जाएगी, खास बात ये है कि इस जनगणना में जातिगत गणना भी की जाएगी।

जनगणना के लिए केंद्र सरकार ने जारी की अधिसूचना, जानिए कैसे और कब तक पूरी होगी Census


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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