Chamba Hill Station Himachal: भारत में घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक जगह मौजूद है। ऐतिहासिक स्थल, धार्मिक स्थान या फिर नदी, पहाड़ और झरने सभी की खूबसूरती पर्यटकों को अक्सर ही अपनी और आकर्षित करती है। देवभूमि उत्तराखंड हो या फिर हिमाचल की हसीन वादियां सब कुछ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
हिमाचल में कई खूबसूरत हिल स्टेशन मौजूद है जहां से बड़ी-बड़ी पर्वत श्रृंखलाओं का दीदार किया जा सकता है। गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए अगर आप कहीं जाने का प्लान बना रहे हैं तो यहां के चंबा हिल स्टेशन का दीदार कर सकते हैं। यह जगह प्राकृतिक सौंदर्य और संस्कृति से भरी हुई है जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।
वेकेशन शुरू हो चुके हैं अगर ऐसे में परिवार और दोस्तों के साथ कहीं जाने का प्लान है तो यह बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट होगा। यहां की मनमोहक वादी और अद्भुत संस्कृति देखकर पर्यटक वैसे भी खींचे चले आते हैं। जब आप यहां जाएंगे तो आपको दोबारा लौटने का मन नहीं करेगा।
खूबसूरत है Chamba Hill Station
हिल स्टेशन घूमने की बात आती है तो वैसे तो कहीं पहाड़िया हमारे देश में मौजूद है, जहां पर घूमने के लिए जाया जा सकता है। लेकिन चंबा अपनी कुछ खासियत की वजह से इन जगहों से वाकई में अलग है। प्राकृतिक सौंदर्य से घिरी हुई यह जगह एडवेंचर प्रेमियों के बीच भी काफी प्रसिद्ध है। यहां के मंदिरों में बजती घंटियों की आवाज अनायास ही पर्यटकों को आकर्षित करती है।
दूसरी शताब्दी का है चंबा का इतिहास
सांस्कृतिक रूप से समृद्ध इस क्षेत्र का इतिहास बहुत ही पुराना है। जानकारी के मुताबिक दूसरी शताब्दी के दौरान इस क्षेत्र पर खास और अदुंबरों का शासन चलता था। अब भला इतनी पुरानी और ऐतिहासिक जगह पर कौन नहीं जाना चाहेगा।
आज हम आपको इस ऐतिहासिक जगह की खूबियों के साथ यहां स्थित मनमोहन जगह की जानकारी देते हैं जो आपको पूरी दुनिया में सिर्फ यहीं देखने को मिलेगी।
मणिमहेश झील
चंबा में मौजूद यह झील बहुत ही शानदार है। इसका उतना ही महत्व है जितना कि तिब्बत में मौजूद मानसरोवर झील का है। 4080 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद यह झील एक प्रमुख हिंदू तीर्थ यात्रा स्थल है।
ये धार्मिक जगह मणिमहेश ट्रैक के नाम से जानी जाती है और देश भर से भक्त यहां भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए बरसात के दिनों में पहुंचते हैं। यह पूरी तरह से बर्फ और हरी भरी हरियाली से घिरी हुई है।
चामुंडा देवी मंदिर
बर्फ से ढकी पहाड़ियों और नदी के किनारे मौजूद चामुंडा देवी मंदिर हर किसी को अपनी और आकर्षित करता है। स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी यहां पर बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
काली माता को समर्पित यह मंदिर 300 साल पुराना है और चंबा क्षेत्र में मौजूद एकमात्र मंदिर है जो लकड़ी से बना हुआ है। जानकारी के मुताबिक सन 1762 में राजा उमेद सिंह ने नदी के किनारे पर इस मंदिर का निर्माण करवाया था। सुबह 6 बजे से रात के 12 बजे तक इस मंदिर में दर्शन किए जा सकते हैं।
कलाटोप वन्यजीव अभ्यारण्य
कलाटोप में मौजूद ये वन्यजीव अभ्यारण्य बहुत ही खूबसूरत जगह है। 30.69 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली यह जगह हाइकिंग और ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए एकदम परफेक्ट है।
इस पार्क में आपको कई तरह के जंगली जानवर देखने को मिलेंगे जिनमें लंगूर, तेंदुआ, सियार, हिमालयन ब्लैक मार्टन शामिल है। यहां आपको यूरेशियन और तीतर जैसे स्वदेशी पक्षियों की प्रजातियां भी देखने को मिलेगी। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक यहां 250 रुपए एंट्री फीस देकर खूबसूरत जानवरों का दीदार किया जा सकता है।
भूरी सिंह संग्रहालय
यह जगह चंबा के शासक राजा भूरी सिंह को अर्पित की गई है और यहां पर उनके शासनकाल के दौरान की कलाकृतियां रखी हुई है। इस संग्रहालय को 1908 में स्थापित किया गया था जिसमें सबसे पहले राजा भूरी सिंह द्वारा बनाई गई पेंटिंग को प्रदर्शित किया गया था। हालांकि, अब आपको यहां पर सिक्के, नक्काशीदार दरवाजे, भित्ति चित्र और अन्य ऐतिहासिक चीजें जो चंबा की संस्कृति को दर्शाती है देखने को मिलेगी।
यहां पर चंबा के शाही परिवार के रॉयल कपड़े, प्राचीन गहने और संगीत इंस्ट्रूमेंट भी रखे हुए हैं और यह घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। इतिहास के शौकीनों को इस जगह का दीदार जरूर करना चाहिए। यहां पर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक घुमा जा सकता है। भारतीयों के लिए 10 रुपए और विदेशियों के लिए 50 रुपए फीस लगती है।
अखंड चंडी पैलेस
चंबा जिले में मौजूद यह जगह भव्यता का प्रतीक है। पहाड़ी की चोटी पर मौजूद यह महल पूरे शहर के खूबसूरत पर्यटक स्थलों में से एक है। यहां से चामुंडा देवी मंदिर और रंग महल के मनोरम दृश्य देखने को मिलते हैं।
इस महल के कुछ खंडों को मुगल काल में और कुछ को अंग्रेजों के दौर में मनाया गया था यहां पर मिक्स वास्तुकला देखने को मिलती है।
कैसे पहुंचे चंबा
अगर आप सड़क मार्ग से चंबा जाना चाहते हैं तो यह सभी शहरों की सड़कों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से चंबा के लिए बस आसानी से मिल जाती है और यह यात्रा लगभग 12 घंटे की होती है।
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इसके अलावा अगर आप रेल यात्रा कर यहां पर पहुंचना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पठानकोट है, जिसकी दूरी यहां से 120 किलोमीटर है। इसके अलावा चंडीगढ़ भी जाया जा सकता है और फिर यहां से चंबा के लिए बस ली जा सकती है।