बता दें कि यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ जाने वाले व्यावसायिक वाहनों को ग्रीन कार्ड बनवाना अनिवार्य है। यह कार्ड वाहन की फिटनेस और चालक की जानकारी को प्रमाणित करता है, ताकि यात्रा के दौरान कोई तकनीकी परेशानी या दुर्घटना न हो। हालांकि पहले कई वाहन बिना किसी जांच के यात्रा मार्ग तक पहुँच जाते थे, लेकिन अब उन्हें नेपाली फार्म की चेकपोस्ट पर ही रोक दिया जाएगा।
ग्रीन कार्ड ऑनलाइन वेबसाइट greencard.uk.gov.in पर बनता है। हल्के वाहनों के लिए 400 रुपये और भारी वाहनों के लिए 600 रुपये शुल्क तय किया गया है। ऐसे में अगर आप भी चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं तो पहले आपको इन नियमों पर ध्यान देना चाहिए नहीं तो आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

अब नहीं लगेगा जाम
इस बार सत्यनारायण मंदिर के पास नेपाली फार्म में नई चेकपोस्ट स्थापित की गई है। यहाँ सिर्फ उन्हीं वाहनों को आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी जिनके पास ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड होगा। बता दें कि ट्रिप कार्ड हर यात्रा के लिए एक बार बनता है और यह बिल्कुल मुफ्त है। नोडल अधिकारी सैनी के मुताबिक, पहले बिना कार्ड वाले वाहन ऋषिकेश या यात्रा मार्गों तक पहुँच जाते थे, जिससे लंबे जाम की स्थिति बनती थी। अब ऐसे वाहनों को हरिद्वार या रुड़की के ट्रांसपोर्ट कार्यालय भेजा जाएगा। सरकार द्वारा उठाई गई यह कदम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही है ताकि बार-बार जाम की स्थिति ना बने और चार धाम यात्रा को आरामदायक बनाया जा सके।
यात्रा की तारीखें और ज़रूरी तैयारियाँ
चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है, जब गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बद्रीनाथ के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो समय रहते ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड की व्यवस्था ज़रूर कर लें। इससे न केवल आपकी यात्रा सुरक्षित रहेगी, बल्कि रास्ते में किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी। इसके अलावा अगर आप चार धाम यात्रा पर जा रहे हैं तो आपको बाकी नियमों का भी ध्यान रखना चाहिए इसके लिए आपको उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी दिशा निर्देश पर भी ध्यान देना चाहिए यह दिशा निर्देश आपको यात्रा के रजिस्ट्रेशन के समय ही बताए जाते हैं।