दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजधानी की प्रशासनिक संस्कृति में बड़ा बदलाव लाने का ऐलान करते हुए शुक्रवार को ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी’ अभियान की शुरुआत की। उन्होंने इसकी शुरुआत खुद महिला एवं बाल विकास विभाग के कश्मीरी गेट स्थित कार्यालय से की, जहां उन्होंने झाड़ू लगाई, पुराना कबाड़ हटाया और अधिकारियों को साफ संदेश दिया, अब दफ्तरों में गंदगी और लापरवाही नहीं चलेगी। रेखा गुप्ता ने इस मौके पर न केवल अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया, बल्कि आने वाले समय में नया सचिवालय बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शीश महल बनाने में व्यस्त लोग कर्मचारियों के लिए बुनियादी सुविधाएं तक नहीं दे सके।
सीएम ने खुद थामी झाड़ू, कबाड़ किया साफ
अभियान की शुरुआत महिला एवं बाल विकास विभाग के कश्मीरी गेट स्थित कार्यालय से की गई। सीएम रेखा गुप्ता वहां पहुंचीं तो दफ्तर की हालत देखकर हैरान रह गईं। जगह-जगह कबाड़, पुराने कागज़, बंद मॉनिटर और धूल से अटी पड़ी अलमारियां देखकर उन्होंने तुरंत झाड़ू थामी और स्वयं सफाई शुरू कर दी। उन्होंने कहा, “मैं यहां पहली बार आई हूं और देखकर दुख हुआ कि अधिकारी इतनी खराब स्थिति में काम कर रहे हैं।” उनके इस कदम से कर्मचारियों में उत्साह और जागरूकता देखने को मिली। सीएम ने खुद कबाड़ हटाते हुए अधिकारियों से कहा कि “अब समय आ गया है कि हम अपने कार्यस्थलों को बेहतर और स्वच्छ बनाएं।”
हर विभाग को मिलेगा नया और साफ-सुथरा दफ्तर
सीएम रेखा गुप्ता ने इस मौके पर एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आने वाले समय में दिल्ली के सभी सरकारी विभागों को नया और व्यवस्थित दफ्तर मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजधानी को एक नया सचिवालय मिलेगा जहां हर विभाग का समर्पित कार्यक्षेत्र होगा। इससे न केवल प्रशासनिक दक्षता बढ़ेगी, बल्कि कामकाज में पारदर्शिता भी आएगी। उन्होंने कहा, “सरकारी कर्मचारी भी एक साफ, सम्मानजनक और प्रेरणादायक माहौल में काम करने के हकदार हैं।” सीएम का यह ऐलान उन लाखों सरकारी कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है, जो वर्षों से जर्जर कार्यालयों में काम कर रहे थे।
कार्यसंस्कृति में आएगा बदलाव
रेखा गुप्ता ने साफ किया कि ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी’ सिर्फ एक प्रतीकात्मक अभियान नहीं है, बल्कि यह कार्यसंस्कृति में परिवर्तन की शुरुआत है। उन्होंने निर्देश दिया कि हर विभाग आज से ही अपने दफ्तर की सफाई और व्यवस्था सुधार की प्रक्रिया शुरू करे। सीएम ने कहा, “हम केवल ईमारतें नहीं बदल रहे, हम सोच बदल रहे हैं। अब दिल्ली में दफ्तरों का चेहरा बदलेगा, गंदगी नहीं, स्वच्छता और कार्य कुशलता होगी।” उन्होंने आगे कहा कि जहां पिछली सरकारों ने ‘शीश महल’ बनाने में वक्त गंवाया, वहीं उनकी सरकार आम कर्मचारियों के लिए बेहतर और सुविधाजनक वातावरण सुनिश्चित करेगी।
‘शीश महल’ की राजनीति को बताया असंवेदनशील
रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें खुद के लिए आलीशान दफ्तर बनवाने में तो व्यस्त थीं, लेकिन जिन कर्मचारियों पर प्रशासन चलता है, उनके लिए न तो फर्नीचर बदला, न बिजली की हालत सुधारी गई, न ही साफ-सफाई पर ध्यान दिया गया। उन्होंने कहा, “AAP सरकार की प्राथमिकता खुद की सुविधा थी, जनता की सेवा नहीं।” रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान केवल “दिखावे” पर नहीं बल्कि जमीनी बदलाव पर है। उन्होंने इस बात को दोहराया कि यह अभियान पूरे दिल्ली में चलाया जाएगा और आने वाले महीनों में इसका असर हर विभाग में देखने को मिलेगा।
‘स्वच्छ ऑफिस, सशक्त प्रशासन’
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा ‘दिल्ली को कूड़े से आजादी’ अभियान की शुरुआत न केवल एक प्रतीकात्मक सफाई थी, बल्कि यह सरकार की नई कार्यशैली और प्रशासनिक सुधार का संकेत भी है। सरकारी दफ्तरों की बदहाली पर सीधी कार्रवाई करते हुए सीएम ने साफ कर दिया कि अब बदलाव जरूरी है, और वह बदलाव अब शुरू हो चुका है। सरकारी कर्मचारियों को इससे जहां सम्मानजनक कार्यस्थल मिलेगा, वहीं नागरिकों को भी एक सक्षम और सुसज्जित प्रशासन देखने को मिलेगा।





