Honorarium, Mayor Honorarium : प्रदेश सरकार द्वारा लंबे समय से लंबित मांगों को मानते हुए मासिक मानदेय में वृद्धि की घोषणा की है। इसका लाभ शासकीय सेवकों को मिलेगा। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद उनके खाते में 30000 रुपए तक राशि देखी जाएगी।
मानदेय की घोषणा
दरअसल तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन द्वारा गुरुवार को राज्य के 21 निगम के महापौर के लिए मानदेय की घोषणा की गई है। महापौर के लिए मानदेय 30000 रुपए रखे गए जबकि उपमहापौर के लिए 15000 रुपए और पार्षदों के लिए 10000 रुपए की घोषणा की गई है। इसके अलावा नगर पालिका अध्यक्ष को प्रति महीने 15000 रुपए मिलेंगे जबकि उपाध्यक्ष और पार्षदों को 10000 और 5000 रुपए का भुगतान किया जाएगा। विज्ञप्ति के मुताबिक नगर पंचायत अध्यक्ष को 10000 रुपए उपाध्यक्ष को 5000 रुपए और वार्ड सदस्यों को 2500 रुपए का भुगतान किया जाएगा।
वही मानदेय घोषित करने के साथ ही सरकार ने कहा है कि यह पहल शहरी नगर निकायों की प्रशासनिक क्षमता को मजबूत करने में सरकार के प्रयासों को और बनाएगी और मील का पत्थर साबित होगी। बता दें कि इससे पहले 13 अप्रैल 2022 को निगम महापौर, उपमहापौर, नगर पालिका और नगर पंचायत, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पार्षदों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मासिक मानदेय का अनुरोध किया गया था।
जिस पर मुख्यमंत्री ने उनकी मांग की जांच के बाद इसे संवितरण का आदेश दिया है। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह उनकी सेवाओं के पुरस्कार के रुप में सम्मान राशि हैं। जुलाई महीने से ही इसका भुगतान किया जाएगा। सरकार के इस फैसले से पार्षद सहित में और बेहद खुश हैं और उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस में और अधिक वृद्धि देखने को मिल सकती है।
महापौर को मानदेय का लाभ
बता दे कि महापौर को मानदेय प्रदान करने में कर्नाटक देश में सबसे आगे है। वही कर्नाटक में पार्षदों को 15000 रुपए मानदेय के रूप में भुगतान किए जाते हैं जबकि महाराष्ट्र में पार्षदों को 25000 रुपए मानदेय का लाभ दिया जाता है गोवा में पार्षदों को 10800 रुपए मानदेय का लाभ दिया जाता है। अन्य राज्यों के मित्रों के मानदेय की बात करें तो महाराष्ट्र में मेयरों को 25000 रुपए का भुगतान किया जाता है जबकि केरल में मेयरों को 16800 रुपए मानदेय का लाभ दिया जाता है। राजस्थान में मानदेय 20000 रुपए हैं।