Bihar Honorarium Hike 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले बिहार सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों और आंगनबाड़ी सेवाकाओं और सहायिकाओं को बड़ा तोहफा दिया है।राज्य की नीतिश कुमार सरकार ने मुखिया, उप मुखिया, वार्ड सदस्यों तथा सरपंच, उप सरपंच एवं पंचों और आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं के मानदेय में भारी बढ़ोत्तरी की है। सोमवार को नीतिश कुमार कैबिनेट में इन दोनों प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है, जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी किए जाएंगे और फिर खाते में सैलरी बढ़कर आना शुरू हो जाएगी।
आंगनबाड़ी सहायिका/सेविकाओं के मानदेय में वृद्धि
सोमवार को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कुल 19 एजेंडों पर मुहर लगाई गई। मंत्रिमंडल सचिवालय के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) एस सिद्धार्थ ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं के मानदेय में ए 5,950 से बढ़ाकर 7,000 कर दिया गया है। सहायिका का मानदेय में 1025 रुपए बढ़ाते हुए 2,975 से बढ़ाकर 4,000 करने का निर्णय लिया गया है।एक अप्रैल 2024 से यह लागू हो जाएगा। इस वृद्धि के लिए सरकार ने 286 करोड़ 47 लाख 24 हजार रुपये के अतिरिक्त व्यय की स्वीकृति दी है। आंगनबाड़ी सेविका पर राज्य सरकार ने उदारता दिखाते हुए दो दिन पहले 18000 निलंबित आंगनबाड़ी सेविकाओं को काम पर वापस रख लिया था तो अब राज्य सरकार ने सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं का मानदेय भी बढ़ा दिया है।इसका लाभ 2 लाख 30 से ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को मिलेगा।

पंचायत प्रतिनिधियों की भी बढ़ाई गई सैलरी
राज्य सरकार ने कैबिनेट बैठक में सभी पंचायत प्रतिनिधियों के मासिक मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसमें मुखिया का मानदेय पहले 2500 रुपया था,उसे दोगना कर 5000 कर दिया गया है। उप-मुखिया का पहले 1200 था, जिसे बढ़ाकर 2500 रुपया कर दिया गया है। वार्ड सदस्य का मानदेय पहले 500 प्रति माह था, जिसे बढ़ाकर 800 कर दिया गया है। सरपंच का मासिक मानदेय 2500 रुपये पहले थे, जिसे दोगुना कर 5000 कर दिया गया है। उप-सरपंच का मानदेय पहले 1200 था, जिसे 2500 कर दिया गया है। पंच का मानदेय पहले 500 था, जिसे बढ़ाकर 800 कर दिया गया है।राज्य सरकार को उसके लिए सालाना 3 अरब 39 करोड़ 38 लाख 85 हजार 600 रुपये अतिरिक्त व्यय होंगे.
बीते दिनों सीएम ने की थी घोषणा
गौरतलब है कि हाल ही में हुए ‘लोक संवाद’ कार्यक्रम में सीएम नीतिश कुमार ने राज्य के मुखिया, उप मुखिया, वार्ड सदस्यों तथा सरपंच, उप सरपंच एवं पंचों और आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं से मुलाकात कर जल्द मानदेय में सम्मानजनक बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी। वही जल्द ही इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर कैबिनेट के समक्ष पेश करने का भी ऐलान किया था।वही जो आंगनबाड़ी सेविकाएं एवं सहायिकायें हड़ताल अवधि में चयनमुक्त कर दी गई थी, उन्हें भी सेवा में वापस लेने की घोषणा की थी, जिस पर बिहार सरकार ने अमल किया है।