कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू की गई पीएम विकसित भारत रोजगार योजना पर तंज कसते हुए इसे 1 लाख करोड़ का जुमला सीजन 2 करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हिंदी में एक पोस्ट में कहा, “11 साल बाद भी मोदी जी के वही पुराने जुमले, वही रटे-रटाए आंकड़े।” गांधी ने पिछले साल की 1 लाख करोड़ रुपये की इंटर्नशिप योजना का जिक्र करते हुए दावा किया कि सरकार ने संसद में स्वीकार किया कि केवल 10,000 से कम इंटर्नशिप दी गईं और 90% युवाओं ने कम स्टाइपेंड के कारण इसे ठुकरा दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में इस योजना की घोषणा की, जिसके तहत अगले दो वर्षों में 3.5 करोड़ नौकरियां सृजित करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा, “आज 15 अगस्त है और हम देश के युवाओं के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की योजना शुरू कर रहे हैं। पीएम विकसित भारत रोजगार योजना आज से लागू हो रही है।” इस योजना का बजट 99,446 करोड़ रुपये है, जिसमें 1.92 करोड़ नए कर्मचारी शामिल होंगे।
सरकार पर निशाना साधा
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह योजना भी पिछले वादों की तरह खोखली साबित होगी। उन्होंने लोकसभा में अपने एक सवाल का हवाला दिया, जिसमें कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने स्वीकार किया कि पिछले साल की इंटर्नशिप योजना में अपेक्षित परिणाम नहीं मिले। गांधी ने कहा, “मोदी जी के पास अब कोई नया विचार नहीं बचा। इस सरकार से युवाओं को रोजगार नहीं, केवल जुमले मिलेंगे।”
15,000 रुपये की सहायता
इस योजना के तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की सहायता मिलेगी और कंपनियों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह योजना 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 तक सृजित नौकरियों पर लागू होगी। राहुल गांधी ने अपने दावे के समर्थन में पिछले महीने लोकसभा में पूछे गए अपने सवाल और सरकार के जवाब का स्क्रीनशॉट भी साझा किया।





