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Thu, Dec 18, 2025

‘वोट चोरी के लिए बीजेपी का बैक ऑफिस बन गया चुनाव आयोग’, मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसा क्यों कहा

Written by:Mini Pandey
Published:
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने जांच के लिए जरूरी महत्वपूर्ण जानकारी को रोककर वोट चोरी के पीछे के लोगों को संरक्षण देने का प्रयास किया है।
‘वोट चोरी के लिए बीजेपी का बैक ऑफिस बन गया चुनाव आयोग’, मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसा क्यों कहा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आयोग अब भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट चोरी का बैक ऑफिस बन गया है। खड़गे ने कर्नाटक के आलंद निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता धोखाधड़ी की जांच से संबंधित जानकारी को रोकने के कथित फैसले पर आयोग की मंशा पर सवाल उठाए।

खड़गे ने अपने एक्स पोस्ट में 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले आलंद में मतदाताओं की बड़े पैमाने पर हटाने की घटना का खुलासा किया। उन्होंने दावा किया कि हजारों मतदाताओं को फॉर्म 7 के आवेदनों में जालसाजी के जरिए उनके मताधिकार से वंचित किया गया। खड़गे ने कहा, “फरवरी 2023 में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें जांच से 5994 जाली आवेदनों का पता चला, जो मतदाता धोखाधड़ी के बड़े प्रयास का स्पष्ट सबूत है।”

चुनाव आयोग पर उठाए सवाल

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने जांच के लिए जरूरी महत्वपूर्ण जानकारी को रोककर वोट चोरी के पीछे के लोगों को संरक्षण देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा, “पहले आयोग ने जालसाजी का पता लगाने के लिए कुछ दस्तावेज साझा किए थे, लेकिन अब महत्वपूर्ण जानकारी को रोक रहा है, जिससे वोट चोरी के दोषियों को बचाया जा रहा है।” खड़गे ने सवाल उठाया कि आयोग किसे बचाने की कोशिश कर रहा है और क्या यह बीजेपी के दबाव में जांच को पटरी से उतारने की कोशिश है।

मतदान के अधिकार की रक्षा

खड़गे ने भारतीय लोकतंत्र और व्यक्तियों के मतदान के अधिकार की रक्षा पर जोर देते हुए कहा, “चुनाव आयोग को महत्वपूर्ण साक्ष्य क्यों रोकना पड़ रहा है? क्या यह बीजेपी के वोट चोरी विभाग को बचाने के लिए है? भारतीय लोकतंत्र को संरक्षित करने की जरूरत है।” गौरतलब है कि 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार भोजराज ने आलंद निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के सुभाष गुट्टेदार को करीब 10,000 वोटों के अंतर से हराया था।