12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR (Special Intensive Revision) की प्रक्रिया जारी है। कांग्रेस लगातार एसआईआर का विरोध कर रही है तो वहीं भाजपा पर वोट चोरी का इल्जाम लगा रही है। दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 14 दिसंबर (रविवार) को कांग्रेस ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ महारैली करने जा रही है। जिसमें देश के लगभग सभी राज्यों से पार्टी नेता और कार्यकर्ता दिल्ली पहुंच रहे हैं।
माना जा रहा है कि इस महारैली में कांग्रेस के कई राज्यों के एक लाख से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं। जिनके जरिए राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे वोट चोरी के मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग और बीजेपी सरकार को घेरने की काम करेंगे। साथ ही यह महारैली मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी, एसआईआर और वोट चोरी के खिलाफ भाजपा सरकार को सत्ता छोड़ने का सीधा संदेश देगी।
इस बीच, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी पार्टी ने रामलीला मैदान में ‘वोट चोर गड्डी छोड़’ रैली की है। कांग्रेस पार्टी ने एक निर्णायक लड़ाई की ओर कदम बढ़ाया है। इस रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
क्या है कांग्रेस का ‘वोट चोरी’ का मुद्दा?
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगा लगाया है। पिछले महीने राहुल गांधी ने स्क्रीन पर कुछ दस्तावेज दिखाकर हरियाणा में वोट चोरी का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था कि पिछले साल हरियाणा में हुए विधानसभा चुनावों में डाले गए हर आठ में से एक वोट फर्जी था। इसके अलावा जैसे ही बिहार चुनाव के नतीजे आए तो फिर से उन्होंने सरकार पर वोट चोरी के आरोप लगा दिए।
बता दें कि कांग्रेस की महारैली में शामिल होने के लिए कई राज्यों से कार्यकर्ता दिल्ली पहुंच रहे हैं। वहीं पार्टी के कुछ बड़े नेता पहुंच चुके हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान, यूपी, झारखंड, तेलंगाना, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश एवं अन्य राज्यों के कार्यकर्ता महारैली में वोट चोर गद्दी छोड़ की आवाज को बुलंद करेंगे।





