नए वेतन आयोग से कितना बदलेगा सैलरी स्ट्रक्चर ? फिटमेंट फैक्टर पर क्या पड़ेगा असर? यहां समझें

8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर कितना होगा इसकी चर्चा जोरों पर है।अगर वेतन पैनल 1.92 फिटमेंट फैक्टर की सिफारिश करता है, तो मिनिमम बेसिक सैलरी 34,560 रुपये हो सकती है।

8th Pay Commission : अगले साल 2026 में आठवां वेतन आयोग लागू किया जाना है, जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। नए वेतन आयोग में सैलरी स्ट्रक्चर कैसा रहेगा, पेंशन में कितनी वृद्धि होगी, फिटमेंट फैक्टर बढ़ेगा या कम होगा, महंगाई भत्ता मर्ज होगा या फिर और अन्य भत्तों में कितना बदलाव होगा, जैसे सवालों पर चर्चा शुरू हो गई है। विभिन्न कर्मचारी संगठन फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने तो कुछ 2.86 तक रखने की मांग कर रहे है ताकी वेतन और पेंशन में अच्छी खासी बढ़ोतरी हो सके।

दरअसल, 31 दिसंबर 2025 को 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है, ऐसे में 1 जनवरी 2026 से 8वें वेतन आयोग को लागू किया जाना है।संभावना है कि जनवरी 2026 से नए वेतन आयोग को अप्रैल से जून2025 के बीच कभी भी लागू किया जा सकता है। हालांकि अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।इसके लागू होते ही डीए, भत्तों और फिटमेंट फैक्टर में भी बदलाव देखने को मिलेंगे।

फिटमेंट फैक्टर का 8वें वेतन आयोग में अहम रोल

  • दरअसल, फिटमेंट फैक्टर का केन्द्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी तय करने में अहम रोल माना जाता है। इससे कर्मचारियों पेंशनरों की रिवाइज बैसिक सैलरी को कैलकुलेट करने के लिए किया जाता है।फैक्टर के कारण ही कर्मचारियों के वेतन में 2.5 गुना से अधिक की वृद्धि होती है।
  • फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणा करने वाला नंबर होता है, जिससे आपकी पुरानी बेसिक सैलरी को नई सैलरी में बदला जाता है।  इसमें पुरानी बेसिक को फिटमेंट फैक्टर के साथ मल्टीप्लाई कर दिया जाता है और जो नंबर आता है, वह नई सैलरी होती है। इसके लिए फॉर्मूला है- नई बेसिक सैलरी = पुरानी बेसिक × फिटमेंट फैक्टर

फिटमेंट फैक्टर से सैलरी पर क्या पड़ेगा असर?

  • जनवरी 2016 को जब 7वां वेतन आयोग लागू हुआ था,तब 2.57 का फिटमेंट फैक्टर तय किया था, इससे केंद्रीय कर्माचारियों की न्यूनतम सैलरी 7,000 से बढ़कर 18,000 रूपये हो गई थी।।
  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नए वेतन आयोग में 2.28 से 2.86 के बीच फिटमेंट फैक्टर तय किया जा सकता है।हालांकि पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग ने हाल ही में कहा थ कि इतनी बढ़ोतरी (2.86) संभव नहीं।
  • अगर ऐसा होता है कि 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन में 40 से 50% तक का इजाफा हो सकता है, ऐसे में कर्मचारी की बेसिक सैलरी 20000 रु है तो यह 46,600  से लेकर 57,200 रुपये तक पहुंच जाएगी।
  • अगर किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी 25,000 रुपये है, तो 8 वें वेतन आयोग के तहत 2.86 का फिटमेंट फैक्टर तय होता है उसकी नई बेसिक सैलरी 25,000 रुपये × 2.86 = 71,500 रुपये हो सकती है। 8वां वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.92 होता है तो न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपए से बढ़कर 34,560 रुपए हो जाएगा।

6वें और 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर कितना बढ़ा था?

  • जब 6वां वेतन आयोग लागू किया गया, तब 1.86 फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी में 54 फीसदी की वृद्धि हुई थी ।7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 होने पर न्यूनतम सैलरी 14.2 प्रतिशत बढ़ी थी , ऐसे में साफ है कि फिटमेंट फैक्टर ज्यादा होने से सैलरी में भी अधिक बढ़ोतरी हो ये जरूरी नहीं है।
  • अगर इस बार 2.86 फिटमेंट फैक्टर लागू होता है तो जरूरी नहीं है कि कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में बड़ा इजाफा हो। हालांकि 2016 में जब फिटमेंट फैक्टर बदला गया था तब 7वां वेतन आयोग भी लागू किया गया था जिससे डीए व भत्तों में बदलाव हुआ था।अब 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर कितना होगा और कितनी सैलरी बढ़ेगी, इसके लिए फिलहाल इंतजार करना होगा।

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Pooja Khodani

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