Sex Racket: व्हाट्सएप पर होती थी लड़कियों की बुकिंग, फोन पे से होती थी मनी ट्रांसफर

Pooja Khodani
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हिसार, डेस्क रिपोर्ट। उत्तराखंड (Uttarakhand Sex Racket Busted) के देहरादून में एक बार फिर बड़े सेक्स रैकेट (Uttarakhand Sex Racket) का खुलासा हुआ है। पुलिस ने मौके से 4  युवक-युवतियों को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात तो ये है कि दिल्ली-गाजियाबाद से लड़कियां बुलाई जाती थी, इसके लिए वॉट्सएप पर बुकिंग होती थी और पैसों का लेन-देन Phone Pay के जरिए किया जाता था। पुलिस की कार्रवाई के बाद से ही इलाके में हड़कंप मच गया है।

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मिली जानकारी के अनुसार, उतराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने एक बार फिर देह व्यापार का पर्दाफाश किया है। देहरादून पुलिस को सूचना मिली थी कि थाना वसंत विहार क्षेत्र के अंतर्गत नर्मदा एन्क्लेव जीएमएस रोड पर  एक सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है, इसी के आधार पर पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दबिश दी और रैकेट का भंडाफोड़ किया है।   पुलिस ने मौके से 2 महिलाएं और 2 पुरुष सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

चौंकाने वाली बात तो ये है कि यह सेक्स रैकेट (Dehradun Sex Racket Busted) एक दंपत्ति द्वारा चलाया जा रहा था। पुलिस को मौके से दो युवक-युवती आपत्तिजनक हालत में मिले है।दंपत्ति ने यह मकान किराए पर ले रखा था और दिल्ली, गाजियाबाद आदि स्थानों पर सेक्स रैकेट से जुड़ी महिलाओं से संपर्क फैला रखा था। ग्राहकों की बुकिंग वाट्सएप (WhatsApp ) पर होती और पेमेंट फोन पे के माध्यम से किया जाता था।

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इस रैकेट में पत्नी महिलाओं से फोन पर संपर्क कर देहरादून स्थित किराए के कमरे में बुलाती है और पति संदीप ग्राहकों से संपर्क कर उनको घर तक लाता है।  दिल्ली, गाजियाबाद से आने वाली लड़कियों को ग्राहकों से मिलने वाले पैसे का 50 प्रतिशत दिया जाता था।पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक सामान और मोबाइल (Mobile Phone भी जब्त किया हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ देवभूमि की छवि को धूमिल करने और 4/5 अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम 1956 के तहत केस दर्ज हुआ है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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