दिल्ली विधानसभा में भाजपा की विशाल जीत के बाद अब मुख्यमंत्री आतिशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। आज सुबह 11:00 बजे वह सचिवालय पहुंचीं और एलजी वी. के. सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा। वहीं इसके बाद एलजी ने दिल्ली विधानसभा को भंग करने की अधिसूचना जारी कर दी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, आतिशी ने कालकाजी सीट से बीजेपी के रमेश विधूड़ी को 3,580 वोटों से हरा दिया, लेकिन इसके बावजूद आम आदमी पार्टी मात्र 22 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी।

भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर कब्जा जमाया
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने विशाल जीत दर्ज की। भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर कब्जा जमाया। 26 साल बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने दिल्ली में सत्ता में वापसी की है। वहीं, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट हासिल नहीं हो सकी। आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे अरविंद केजरीवाल भी विधानसभा चुनाव में अपनी सीट से हार गए। उन्हें प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से हराया। पूर्व सीएम केजरीवाल को हराने के बाद प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली की जनता को प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा है और इस जीत का श्रेय भी प्रधानमंत्री को ही जाता है।
मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बैठकों का दौर शुरू
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 48 सीटें हासिल करने के बाद अब बीजेपी में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बैठकों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल, अगले मुख्यमंत्री के नाम को फाइनल करने के लिए एक बैठक बुलाई गई है, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा भी पहुंचे हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो दिल्ली के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो देशों के दौरे से लौटने के बाद आयोजित किया जाएगा। इस शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री विशेष रूप से शामिल हो सकते हैं।