क्या आपने देखा दिल्ली का Bhuli Bhatiyari महल, जानें इसकी भूतिया कहानी

14 वी शताब्दी में बनाया गया यह महल (Bhuli Bhatiyari Mahal) दिल्ली के सेंट्रल रिज रिजर्व फॉरेस्ट में स्थित है। कहा जाता है कि यहां एक रानी की आत्मा आज भी घूमने आती है।

Bhuli Bhatiyari Mahal : दिल्ली तो अक्सर लोग घूमने जाते ही रहते हैं। क्योंकि दिल्ली और यहां के आसपास कई ऐसी जगहें है जो काफी फेमस है। इतना ही नहीं दिल्ली शहर ऐतिहासिक धरोहरों में कुछ डरावनी जगहें भी मौजूद है जहां का इतिहास काफी पुराना है। इन डरावनी जगहों के बारे में जानने में अगर आ रुचि रखते हैं तो आज हम आपको दिल्ली की भूली भटियारी महल की भूतिया कहानी बताने जा रहे हैं।

अगर आप दिल्ली जाने का प्लान बना रहे हैं या फिर वहीं पर रहते हैं तो आप एक बार एक जगह का दीदार करने जरूर जाएं। यह जगह काफी प्रसिद्ध है। यहां की कई डरावनी कहानियां लोगों को डरा देती है। हालांकि इन कहानियों का कोई ख्याल सबूत नहीं मिलता। कहा जाता है कि यहां एक रानी की आत्मा आज भी घूमने आती है। चलिए जानते हैं इस महल की भूतिया कहानी क्या है –

Bhuli Bhatiyari Mahal की भूतिया कहानी –

14 वी शताब्दी में बनाया गया यह महल दिल्ली के सेंट्रल रिज रिजर्व फॉरेस्ट में स्थित है। 14 वी शताब्दी में यहां तुगलक शासकों का शासन था। वह इसे शिकार लांच के रूप में इस्तेमाल करते थे। कई जानवरों को इस जगह पर मारा भी गया। एक वक्त था जब यहां से गुजर रही एक जनजाति की महिला रास्ता भटक गई थी।

उस महिला का नाम भूरी भटियारी था। वह राजस्थान की थी। ऐसे में कुछ दिनों बाद महिला ने इसी जगह पर दम तोड़ दिया। तब से यह कहा जाता है कि उस महिला की आत्मा आज भी यहां भटकती है। इसी वजह से इस जगह को भूली भटियारी का महल कहा जाता है।

ऐसी है यहां की वास्तु कला

अगर बात करें इस महल की वास्तुकला की तो भूली भटियारी का महल लाल पत्थर से बनाया गया था। आज भी यहां पर्यटक घूमने के लिए आते हैं और इस महल का दीदार करते हैं। लेकिन यहां की डरावनी कहानियां उन्हें डरा देती है। हालांकि आज तक उनका हानियों का कोई सबूत नहीं मिला।

आपको बता दें कभी शाही लोगों की शिकारगाह यह महल हुआ करता था। यहां प्रवेश के लिए दो द्वार बनाए गए थे। सबसे पहले द्वार से अंदर घुसने पर आपको एक छोटा अहाता दिखाई देता है। वहीं दूसरे द्वार से आप अंदर का नजारा देख सकते हैं।

इस महल को लेकर कहा जाता है कि जब यहां रात होती है। तब अजीब गरीब आवास यहां से आने लग जाती है। ऐसे में रात के समय इस महल में कोई नहीं जाता। इस जगह को सब डरावनी जगह मानते हैं।

अगर आप इस महल को देखने के लिए जाना चाहते हैं तो आप मेट्रो से भी जा सकते हैं। इसके लिए आपको झंडेवालान मेट्रो से यहां तक आना पड़ेगा। इसके अलावा आप बस से भी जा सकते हैं। यहां आप सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक घूम सकते हैं। यह साल के 365 दिन खुला रहता है यहां प्रवेश का कोई शुल्क नहीं है।