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Thu, Dec 18, 2025

CM रेखा गुप्ता ने बच्चों संग मनाया रक्षाबंधन, बांटी मिठाइयां और गिफ्ट

Written by:Vijay Choudhary
Published:
CM रेखा गुप्ता ने बच्चों संग मनाया रक्षाबंधन, बांटी मिठाइयां और गिफ्ट

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज अपने सिविल लाइंस स्थित जनसुनवाई कार्यालय में रक्षाबंधन का त्योहार बेहद खास अंदाज़ में मनाया। इस मौके पर छोटे-छोटे स्कूली बच्चे मौजूद थे, जिनके साथ मुख्यमंत्री ने राखी बंधवाई, गिफ्ट और मिठाइयां बांटी। बच्चियों ने भी उन्हें राखी बांधी और अपनी ओर से एक प्यारा-सा तोहफा—उनकी एक तस्वीर—मुख्यमंत्री को भेंट की।

बच्चों से संवाद, शिक्षा पर बातचीत

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने करीब एक घंटे तक बच्चों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बच्चों से उनकी पढ़ाई, स्कूल की व्यवस्था, और भविष्य के सपनों के बारे में जाना। न सिर्फ बच्चों से, बल्कि उनके साथ आई शिक्षिकाओं से भी सीएम ने संवाद किया और स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कहा, “दिल्ली के ये बच्चे हमारे भविष्य हैं और हमें इनके बचपन, पढ़ाई और सपनों की रक्षा करनी होगी।”

सोशल मीडिया पर भावुक संदेश

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अवसर की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा, आज मुख्यमंत्री जनसेवा सदन में सिर्फ रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मना, एक रिश्ता बांधा गया और एक संकल्प फिर से दोहराया गया कि हम इनके बचपन की रक्षा करेंगे, इनके सपनों की रखवाली करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षा और बच्चों के समग्र विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

बच्चों को दिए गिफ्ट और प्यार

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बच्चों को स्कूल बैग, टेडी बियर और मिठाइयां गिफ्ट में दीं। बच्चों ने भी इस अनोखे रक्षाबंधन कार्यक्रम का आनंद लिया और मुख्यमंत्री के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। इस पहल ने बच्चों को आत्मविश्वास और सुरक्षा का एहसास कराया।

शिक्षा को लेकर बड़ा कदम

दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में एक अहम बिल पेश किया है। इस बिल के तहत निजी स्कूलों की मनमानी फीस बढ़ोतरी पर रोक लगेगी।

इस कानून के तहत यदि कोई निजी स्कूल फीस न भर पाने की स्थिति में किसी छात्र को प्रताड़ित करता है, तो उस स्कूल पर जुर्माना लगाया जाएगा। यह बिल उन अभिभावकों के लिए राहत की सांस है, जो हर साल बढ़ती स्कूल फीस से परेशान रहते हैं।