देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo इन दिनों एक ऐसे बड़े परिचालन संकट से घिरी हुई है, जिसने हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाओं को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोमवार सुबह से ही दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े हवाई अड्डों पर इंडिगो की उड़ानें या तो रद्द हुईं या घंटों देरी से उड़ीं। कई यात्रियों को रातभर एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा, तो कई लोग जरूरी कामों और कनेक्टिंग फ्लाइट्स से चूक गए।
इस एडवाइजरी में साफ कहा गया कि उड़ानों में देरी हो सकती है, इसलिए यात्री घर से निकलने से पहले फ्लाइट स्टेटस जरूर चेक करें। लेकिन इसके बावजूद स्थिति में खास सुधार नहीं दिखा। सिर्फ दिल्ली एयरपोर्ट पर ही 134 उड़ानें रद्द की गईं, 75 प्रस्थान वाली और 59 आगमन वाली। वहीं बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर 127 उड़ानें रद्द हुईं। देश की एविएशन इंडस्ट्री में यह हालिया संकट सबसे बड़े परिचालन व्यवधानों में से एक बन गया है।
इंडिगो का संकट क्यों बढ़ा?
इंडिगो के इस बड़े संकट की जड़ में नए FDTL नियम बताए जा रहे हैं। DGCA के अनुसार एयरलाइन ने इन नए नियमों को लागू करने के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की। इसके चलते क्रू मैनेजमेंट और फ्लाइट शेड्यूल पूरी तरह गड़बड़ा गए। कई पायलट और क्रू मेंबर्स की ड्यूटी टाइमिंग ओवरलैप कर गई, जिससे अचानक बड़ी संख्या में स्टाफ उपलब्ध नहीं रहा। डीजीसीए ने अपने नोटिस में कहा कि इंडिगो ने अक्टूबर से दिसंबर के बीच इस बदलाव की प्लानिंग को लेकर समय भी खोया और व्यवस्था भी नहीं बनाई, इसी वजह से यह स्थिति खड़ी हुई।
दिल्ली और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर सबसे खराब हालात
देश के दो सबसे व्यस्त एयरपोर्ट दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट इस समय भीषण अव्यवस्था से जूझ रहे हैं। उड़ानों के बड़े पैमाने पर कैंसल होने से हज़ारों यात्री फंसे हुए हैं और हवाई यातायात की रफ्तार पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है। सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि यात्रियों को आखिरी समय पर कैंसल की सूचना दी जा रही है, जिसके कारण कनेक्टिंग फ्लाइट्स, होटल बुकिंग्स और ट्रैवल प्लान बुरी तरह बिगड़ चुके हैं।
134 उड़ानें अचानक रद्द
दिल्ली एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें, यात्रियों की भीड़ और काउंटरों पर अफरातफरी जैसी स्थितियां देखने को मिलीं। एयरलाइन ने यात्रियों को आखिरी पल में कैंसल की जानकारी दी, जिससे कई लोग पहले ही बोर्डिंग गेट तक पहुंच चुके थे। रविवार और सोमवार को सिर्फ दिल्ली में ही 75 प्रस्थान वाली उड़ानें कैंसल , 59 आगमन वाली उड़ानें कैंसल ,इन कैंसल उड़ानों के कारण यात्रियों की यात्रा योजनाएं पूरी तरह बाधित हो गईं। कई लोग तो दूसरे शहरों में फंसे हुए हैं क्योंकि उनकी कनेक्टिंग फ्लाइट्स छूट गईं, जबकि कुछ यात्रियों की पहले से की गई होटल बुकिंग्स बेकार हो गईं।
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर 127 उड़ानें रद्द
दिल्ली के बाद सबसे बड़ा असर बेंगलुरु एयरपोर्ट पर देखने को मिला। देश के प्रमुख टेक शहर बेंगलुरु का केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट जहां रोज़ाना हजारों यात्री सफर करते हैं, वहां भी सोमवार को 127 उड़ानें रद्द कर दी गईं। एयरपोर्ट के टैक्सी स्टैंड पर अफरातफरी, वेटिंग लाउंज में भीड़, फ्लाइट इन्क्वायरी काउंटरों पर घंटों इंतज़ार। इन सबने यात्रियों को और परेशान कर दिया। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें उड़ान समय से कुछ मिनट पहले कैंसल होने की खबर दी गई।
चेन्नई में 71 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि हैदराबाद में 77 फ्लाइट्स नहीं उड़ सकीं। जयपुर में भी हालात बेहतर नहीं रहे और 27 उड़ानें रद्द हो गईं। इन अचानक हुए कैंसिलेशन की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी और कई की पूरी यात्रा प्लानिंग बिगड़ गई।
इंडिगो से मांगा कारण
उड़ानों के बड़े पैमाने पर रद्द होने का मामला अब डीजीसीए (DGCA) और सरकार की गंभीर जांच के घेरे में आ गया है। डीजीसीए ने 6 दिसंबर को इंडिगो को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे में जवाब मांगा था। समयसीमा पूरी होने पर एयरलाइन ने कहा कि उन्हें विस्तृत जवाब तैयार करने के लिए 8 दिसंबर तक का समय चाहिए।





