राजधानी की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर शांतिपूर्ण अंदाज़ में ओणम पर्व मनाया। इस अवसर पर उन्होंने महिलाओं के साथ पारंपरिक नृत्य किया और सबको इस त्योहार की शुभकामनाएं दीं। ओणम दस दिनों का भव्य उत्सव है, जो केरल की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है और राजा महाबली की वापसी का प्रतीक होता है।
ओणम का सांस्कृतिक महत्व और समारोह की तैयारी
ओणम त्योहार इस साल मंगलवार 26 अगस्त से शुक्रवार 5 सितंबर तक मनाया जा रहा है। यह त्योहार सौहार्द, समृद्धि और कृतज्ञता का शाश्वत प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने डिजिटल माध्यम-उनके एक्स (पूर्व ट्विटर) पेज पर-लिखा: “ओणम एक ऐसा पर्व है, जो हृदय को आनंद और एकता के बंधन में जोड़ता है।” जन सेवा सदन में आयोजित ओणम उत्सव में पुष्पकम सजाया गया था और कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा में शानदार प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री ने पुष्पकम और पारंपरिक नृत्य का आनंद लिया
रेखा गुप्ता ने केरल की पारंपरिक पोशाक पहने कलाकारों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने बच्चों और महिलाओं के साथ पारंपरिक केरलियन नृत्य का आनंद लिया। समारोह स्थल को फूलों से सजा पुष्पकम बेहद मनोहर था। मुख्यमंत्री ने कहा कि “ओणम एकता और समृद्धि का प्रतीक है, और दिल्ली में सभी संस्कृतियों का सम्मान हमारी ताकत है।”
शांति, सुख और समृद्धि की कामना
समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, “ओणम हमारे घरों में शांति, समृद्धि और सुख लाए।” इस त्योहार से लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही उन्होंने दिल्लीवासियों को संदेश दिया कि यह त्योहार सांस्कृतिक सद्भाव और विविधता में एकता का प्रतीक है। उन्होंने सबको ओणम की हार्दिक शुभकामनाएं देकर सामाजिक सौहार्द बढ़ाने का संकल्प दोहराया।
राजनीतिक जोड़ और सामाजिक बंधन की ओर इशारा
मुख्यमंत्री ने समारोह को सिर्फ एक सांस्कृतिक उत्सव ना मानते हुए कहा, “यह एक मौका है, जो सभी को दिल से जोड़ता है। दिल्ली की ताकत हमारी विविधता और सबका मान-सम्मान है।” इस तरह की सामाजिक बातें यह दर्शाती हैं कि उनका प्रशासन केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक सद्भाव को भी महत्व देता है।





