दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन (17 सितंबर) से गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तक ‘सेवा पखवाड़ा’ मनाने का ऐलान किया है। इस दो सप्ताह की पहल का मकसद केवल समारोह नहीं, बल्कि जनता को वास्तविक लाभ पहुँचाने वाले योजनाओं की शुरुआत करना है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस बाबत सरकार के उद्देश्य और जनता के लिए काबिले तारीफ ध्यान पेश किया है।
दिल्ली में इस दौरान कुल 75 नई योजनाएँ और सेवाएँ जनता को समर्पित की जाएंगी. 50 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन। 5 बड़े अस्पतालों जैसे कि आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (ट्रॉमा ब्लॉक), गुरु गोबिंद सिंह सरकारी अस्पताल और अन्य का लोकार्पण। साथ ही कई पुराने अस्पतालों में नए ब्लॉक्स खोलने का काम पुरे जोरों पर है। एक खास अभियान — ‘दिल्ली की आज़ादी’, यानी पूरे शहर में गंदगी मिटाने और सफाई बढ़ाने की मुहिम।
केवल दिखावा नहीं, असरदार कदम
साथ में शुरू होंगे योजनाएं शिक्षा, आवास, परिवहन और नागरिक सुविधाओं से जुड़े। यानी राष्ट्रीय राजधानी को और विकसित और जीवनमूलक सेवाओं वाला बनाने का एक बड़ा कदम। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, यह सेवा पखवाड़ा सिर्फ समारोह नहीं, बल्कि सच्चे लाभ पहुंचाने वाली पहल होगी। इसे प्रधानमंत्री जी के सम्मान में शुरू कर रहे हैं—उनकी सेवा और समर्पण को याद करते हुए। उन्होंने पहले भी देखा है कि किस राज्य में कौन सरकार है—उनका काम सिर्फ देश और जनता है, यही भावना दिल्ली सरकार भी आगे बढ़ा रही है।
विवादों के बीच ये शालीन प्रतिक्रिया
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने विपक्ष के कुछ प्रतिनिधियों द्वारा प्रधानमंत्री की माँ पर की गई अपमानजनक टिप्पणियाँ पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि ऐसी भाषा न केवल राजनीति की गरिमा को गिराती है, बल्कि सभी महिलाओं का अपमान करती है। यह राजनीति की सबसे नीचे की सीमा है। इसे उन्होंने एक “लाजवाब जवाब” भी बताया। इस सेवा पखवाड़े की योजना ने स्पष्ट संदेश दिया है कि दिल्ली सरकार सिर्फ योजनाएं घोषित नहीं कर रही, बल्कि उन्हें सच में लागू करके विकास और मानवीय सम्मान दोनों को साथ ले जाना चाहती है।





