दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब बारिश के दौरान एक पुरानी दरगाह की दीवार और छत गिर गई। इस हादसे में 6 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। शुरूआती रिपोर्ट्स में यह अफवाह फैल गई कि यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल हुमायूं का मकबरा क्षतिग्रस्त हुआ है। लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने साफ कर दिया है कि मकबरा पूरी तरह सुरक्षित है और इस घटना का उससे कोई संबंध नहीं है।
ASI की सफाई: हुमायूं का मकबरा सुरक्षित है
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने शुक्रवार (14 अगस्त) को एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि हुमायूं का मकबरा पूरी तरह से ठीक स्थिति में है। ASI ने बताया कि हादसा मकबरे से सटे एक पुराने और असुरक्षित ढांचे में हुआ है, जो कि ‘पट्टे शाह दरगाह’ नामक जगह है। यह दरगाह स्मारक परिसर से बाहर स्थित है और यह संरक्षित स्मारक की श्रेणी में नहीं आती। ASI ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “हम दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित पट्टे शाह दरगाह में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं। हुमायूं का मकबरा इस हादसे से पूरी तरह सुरक्षित है।”
दरगाह की पुरानी दीवार और छत गिरने से हुआ हादसा
दिल्ली में शुक्रवार को हो रही भारी बारिश के दौरान दरगाह शरीफ पत्ते वाली की करीब 50 साल पुरानी दीवार और छत अचानक गिर गई। यह हादसा शुक्रवार दोपहर करीब 3:55 बजे हुआ। मलबे में कई लोग दब गए, जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। पुलिस और राहत टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को मलबे से निकालकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
6 की मौत, कई घायल – घायलों का चल रहा इलाज
इस हादसे में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को AIIMS ट्रॉमा सेंटर और एक को LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक, मृतकों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। घायलों की स्थिति को लेकर डॉक्टर लगातार निगरानी रख रहे हैं। मलबा हटाने और सुरक्षा के लिए इलाके को घेर दिया गया है।
गलत अफवाहें फैलने पर मचा था भ्रम
हादसे के तुरंत बाद कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हुमायूं के मकबरे का गुंबद गिर गया है। इससे लोगों में घबराहट और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि ASI ने तुरंत स्थिति स्पष्ट की और कहा कि “हुमायूं का मकबरा यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और यह 27.04 हेक्टेयर के बड़े परिसर में स्थित है, जिसमें कई अन्य ढांचे भी हैं।” हादसे की जगह इस परिसर से बाहर स्थित एक पुराना असुरक्षित ढांचा है, जिससे मकबरे को कोई नुकसान नहीं हुआ है।





