Mon, Dec 29, 2025

वक्फ बोर्ड के इमाम पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर, कहा – ’17 महीनों से नहीं दी गई सैलरी’

Written by:Rishabh Namdev
Published:
दिल्ली की मस्जिदों के इमाम वक्फ बोर्ड के इमाम के साथ पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंच गए हैं। उनका आरोप है, कि उन्हें 17 महीनों से तनख्वाह नहीं दी गई है, उन्हें सरकार की ओर से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है।
वक्फ बोर्ड के इमाम पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर, कहा – ’17 महीनों से नहीं दी गई सैलरी’

गुरुवार को वक्फ बोर्ड के इमाम और मुअज्जिन बकाया सैलरी के मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के घर पहुंच गए हैं। वक्फ बोर्ड के इमाम का कहना है, कि उनकी 17 महीने की सैलरी अभी बकाया है। उन्हें इसका पैसा नहीं दिया गया है। वहीं जब इस मामले को लेकर वह पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे तो सुरक्षाबलों ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।

बफ बोर्ड के इमाम के साथ दिल्ली की मस्जिदों के इमाम भी पहुंचे हैं। इमाम का कहना है कि उन्हें केजरीवाल से मुलाकात करने का समय नहीं दिया गया है। इमामों द्वारा आरोप लगाया गया है कि पिछले 17 महीनो से उनकी सैलरी रुकी हुई है, जो अभी तक नहीं दी गई है।

पिछले 17 महीनों से वेतन नहीं दिया गया

दिल्ली की कई मस्जिदों के इमाम, मुस्लिम धर्मगुरु और ऑल इंडिया इमाम संगठन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी के साथ केजरीवाल के घर पहुंचे हैं। इसे लेकर मौलाना साजिद रशीदी ने कहा कि ‘ढाई सौ इमाम और मुअज्जिन को पिछले 17 महीनों से वेतन नहीं दिया गया है।’ उनका आरोप है कि इस मामले में वह सीएम आतिशी और एलजी वीके सक्सेना से भी मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें इस मामले में राहत नहीं मिली है, और उनकी सैलरी नहीं आई है। उन्हें सरकार की ओर से सिर्फ आश्वासन ही मिला है।

शनिवार शाम 5:00 बजे मिलने का समय दिया गया

दरअसल मौलाना साजिद रशीदी ने जानकारी दी है, कि केजरीवाल की टीम ने उन्हें शनिवार शाम 5:00 बजे मिलने का समय दिया है। उनका कहना है कि वे राजनीति के लिए नहीं आए हैं, बल्कि वह अपना हक लेने आए हैं। जानकारी दे दें कि दिल्ली की कई मस्जिदों के इमाम का यह मामला पहले भी सरकार के सामने रखा गया था। दिल्ली सरकार की ओर से तीन किस्तों मैं कई इमामों को तनख्वाह जारी की गई थी, हालांकि यह तीन किस्त पांच-पांच महीनों के अंतराल में थी, लेकिन अभी ऐसे कई इमाम बाकी है, जो सैलरी की समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं समस्याओं को लेकर अब इमाम पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे हैं।