सभापति जगदीप धनखड़ पर दिग्विजय सिंह के गंभीर आरोप, बोले- मैंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में कभी इतना पक्षपाती सभापति नहीं देखा

दिग्विजय सिंह ने पूछा आखिर किसे बचाने और किसकी सहमति से वो ये कर रहे हैं मेरा यह आरोप है कि आज उन्होंने (सभापति जगदीप धनखड़) घोर पक्षपाती ढंग से सदन का संचालन किया है, हम इसकी निंदा करते हैं।

Atul Saxena
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Digvijaya Singh allegations Chairman Jagdeep Dhankhar :  गौतम अडानी के मुद्दे पर आज एक बार फिर संसद में हंगामा हुआ, राज्यसभा में विपक्ष ने इसपर चर्चा की मांग की, लेकिन सभापति ने चर्चा कराने से इंकार कर दिया, उधर सत्ता पक्ष ने जॉर्ज सोरोस और राहुल गांधी सोनिया गांधी के संबंधों का खुलासा करने की मांग कर हंगामा किया,  कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए सभापति जगदीप धनखड़ पर पक्षपाती होने के गंभीर आरोप लगाये।

संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में आज कार्यवाही शुरू होते ही फिर से हंगामा हुआ, कांग्रेस जहाँ अडानी मुद्दे पर चर्चा के लिए अड़ी रही तो वहीं भाजपा और सत्ता पक्ष के अन्य नेताओं ने जॉर्ज सोरोस का मुद्दा उठा दिया, सत्ता पक्ष के नेताओं ने जॉर्ज सोरोस और सोनिया गांधी राहुल गांधी के सम्बन्धों पर सवाल उठाये, और इनका खुलासा करने की मांग की, जेपी नड्डा ने कहा ये बहुत खतरनाक है देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है इस पर चर्चा होनी चाहिए, हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई।   

कांग्रेस के प्रमोद तिवारी का आरोप मेरे सवाल पर मुझे ही बोलने नहीं दिया  

राज्य सभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा,  मैं पूरी भारतीय जनता पार्टी और सरकार पर आरोप लगा रहा हूं कि उन्होंने सदन को कमजोर किया है। मैंने आज तक नहीं देखा कि Question Hour में सरकार के सारे लोग खड़े हो जाएं और जवाब न आने दें। मेरा सवाल लगा हुआ था, लेकिन मुझे सवाल पूछने की इजाजत नहीं मिली।

अडानी को बचाने के लिए संसद की कार्यवाही को गिरवी रखा गया है

साफ़ है ये सरकार अडानी के पैसे में रिश्वत में और भ्रष्टाचार में बराबर की भागीदार है। ये नहीं चाहती कि अडानी का नाम आए, इसलिए सदन को नहीं चलने दे रही। मैं निच्शित आरोप लगा रहा हूँ  अडानी को बचाने के लिए संसद की कार्यवाही को गिरवी रखा गया है।

मैंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में कभी इतना पक्षपाती सभापति नहीं देखा: दिग्विजय 

मैं 1977 से सता में और विपक्ष में भी विधायक और सांसद रहता आया हूँ  मैंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में कभी इतना पक्षपाती सभापति नहीं देखा है। जो खुले रूप से अपने ही नियमों को इस प्रकार से इजाजत से दे रहे हैं कि जो 267 में रिजेक्ट कर दिया। उस पर हमें बोलने से रोकते हैं, लेकिन सत्ता पक्ष के सांसदों को बोलने दे रहे हैं।

आज सभापति ने घोर पक्षपाती ढंग से सदन का संचालन किया

दिग्विजय सिंह ने पूछा आखिर किसे बचाने और किसकी सहमति से वो ये कर रहे हैं मेरा यह आरोप है कि आज उन्होंने (सभापति जगदीप धनखड़) घोर पक्षपाती ढंग से सदन का संचालन किया है, हम इसकी निंदा करते हैं। जिस प्रकार से ये मोदी सरकार किस प्रकार गौतम अडानी को बचाने का प्रयास कर रही है, सब जानते हैं अडानी के वकील ने जो पैरवी की वो मंत्री जी यहाँ कर देते वही प्रधानमंत्री कर देते तो मामला ख़त्म हो जाता।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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