राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब से अमेरिका की कमान संभाली है तब से वे आक्रामक नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही उनके बयान भी पहले टर्म से बदले हुए हैं। उन्होंने भारत, चीन समेत कई देशों पर टैरिफ लगाया हुआ है। जिसके बाद से व्यापारिक रिश्तों में भी इसका फर्क पड़ा है। उनके कई फैसलों से दुनिया भी हैरान है। ट्रंप ने जब से अमेरिका फर्स्ट नीति की बात कही है तब से उनके फैसले उन पर ही भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं।
अमेरिका फर्स्ट नीति के कारण डोनाल्ड ट्रंप को कई देशों ने आइना दिखाया है। जिसके चलते 2025 में F-35 खरीदने के सौदे रद्द कर दिए या रोक दिए हैं। माना जा रहा है कि इससे लॉकहीड मार्टिन कंपनी को अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है। अमेरिकी नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं ट्रंप ने अभी तक इसके बारे में कोई फैसला नहीं लिया है। F-35 के अलावा अन्य हथियार और लड़ाकू विमानों से भी कई देश किनारा करते जा रहे हैं।
भारत ने दिया अमेरिका को सबसे बड़ा झटका
बता दें कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही उन्होंंने भारत पर टैरिफों का बम भारत पर फोड़ा था लेकिन केंद्र सरकार की ओर से उनके सवालों के जवाब नहीं मिले। इसके साथ ही ऑपरेशन सिंदूर में ट्रंप के बयान और दखल से भारत ने अमेरिका को तगड़ा झटका दिया। उनके बयानों से भारत में भी विपक्षी पार्टियों ने जमकर बवाल मचाया था। जिसके बाद भारत ने F-35 की डील के जरिए अमेरिका को मुंहतोड़ जवाब दिया।
भारत ने F-35 को पूरी तरह खारिज कर दिया। एयरो इंडिया 2025 में अमेरिका ने इसे दिखाया लेकिन 50% टैरिफ की वजह से कीमत बहुत ऊंची हो गई। वहीं अमे रिका को काफी भरोसा था कि भारत F-35 खरीदेगा लेकिन प्लान में अचानक ही ट्विस्ट आया और भारत ने डील रद्द कर दी। जानकारी भारत-अमेरिका की ये बड़ी डील थी। भारत अब अपनी स्वदेशी तकनीक और मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दे रहा है।
अन्य देशों ने अमेरिका को दिया झटका
- पुर्तगाल ने मार्च 2025 में 36 F-35 जेट खरीदने का प्लान रद्द कर दिया। पुराने F-16 की जगह यूरोपीय विकल्प जैसे राफेल या ग्रिपेन चुन लिया।
- स्विट्जरलैंड का 36 जेटों का सौदा (9.1 बिलियन डॉलर) डगमगा रहा है.। ट्रंप ने स्विस सामान जैसे घड़ियां और चॉकलेट पर 39% टैक्स लगाया, जो बाद में 15% हो गया। लेकिन स्विस सांसद नाराज हैं। 42000 लोगों ने रद्द करने की अपील पर हस्ताक्षर किए।
- स्वीडन का ग्रिपेन 10,000 नौकरियां देने का वादा कर रहा है। कुल मिलाकर, 150 जेटों का नुकसान और 72 अनिश्चित।
- स्पेन ने 45-50 जेटों का सौदा तोड़ दिया। ट्रंप ने स्पेन को NATO के 5% डिफेंस खर्च न करने पर फटकार लगाई और टैरिफ की धमकी दी। स्पेन अब योरोजेटर या फ्यूचर कॉम्बैट एयर सिस्टम खरीदेगा।
- कनाडा ने 72 जेटों का सौदा रिव्यू कर लिया। 16 जेट मिल चुके हैं, लेकिन लागत बढ़ने और US पर भरोसे की कमी से परेशानी हो रही। वहीं दूसरी ओर ट्रंप के सख्त व्यवहार और फैसलों से कनाडा सरकार भी अब इच्छुक नहीं दिखाई दे रही है।





