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Sat, Dec 20, 2025

Earthquake News: फरीदाबाद में एक घंटे में दो बार आया भूकंप, विशेषज्ञों ने जाहिर की चिंता, यहां जानिए कितनी थी तीव्रता

Written by:Rishabh Namdev
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Earthquake News: दिल्ली से सटे हरियाणा के औद्योगिक शहर फरीदाबाद और इसके आसपास के क्षेत्रों में एक घंटे के भीतर भूकंप के दो बार झटके महसूस किए गए।
Earthquake News: फरीदाबाद में एक घंटे में दो बार आया भूकंप, विशेषज्ञों ने जाहिर की चिंता, यहां जानिए कितनी थी तीव्रता

Earthquake News: गुरुवार की सुबह दिल्ली से सटे हरियाणा के औद्योगिक शहर फरीदाबाद और इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। दरअसल यह झटके एक घंटे के भीतर आए, जिससे स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों में चिंता बढ़ गई है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मामूली 2.4 मापी गई, लेकिन एक घंटे में दो बार भूकंप का आना चिंताजनक माना जा रहा है।

पहला झटका: सुबह 10:54 बजे

दरअसल राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center For Seismology – NCS) के अनुसार, हरियाणा के फरीदाबाद में पहला भूकंप सुबह 10:54 बजे दर्ज किया गया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.4 मापी गई। भूकंप का केंद्र 5 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। कम तीव्रता होने के कारण अधिकांश स्थानीय निवासियों ने इसे महसूस नहीं किया, लेकिन विशेषज्ञों के लिए यह घटना चिंता का विषय बन गई है।

दूसरा झटका: सुबह 11:43 बजे

वहीं पहले भूकंप के करीब एक घंटे बाद, सुबह 11:43 बजे फरीदाबाद में एक और भूकंप का झटका महसूस किया गया। जानकारी के अनुसार इस भूकंप की तीव्रता भी रिक्टर स्केल पर 2.4 मापी गई और इसका केंद्र 5 किलोमीटर की गहराई पर था। एक ही स्थान पर एक घंटे के भीतर दो बार भूकंप का आना विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय है और यह भविष्य में संभावित बड़े भूकंप के संकेत हो सकते हैं।

जानकारी के अनुसार दिल्ली की तरह ही, फरीदाबाद भी भूकंप संभावित क्षेत्र (जोन-5) में आता है। दरअसल विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में अनियंत्रित खनन और भूगर्भीय हलचलें भूकंप के झटकों का कारण हो सकती हैं। फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर बदरपुर खनन किया गया है, जिससे जमीन के अंदर अस्थिरता पैदा हुई है।

फरीदाबाद में एक घंटे के भीतर दो बार भूकंप आना भविष्य में संभावित बड़े भूकंप के संकेत हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन छोटे झटकों के पीछे बड़ी भूगर्भीय हलचलें हो सकती हैं। इसलिए, इस क्षेत्र में सतर्कता और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता है।