कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार, वाड्रा ने यूके स्थित हथियार सलाहकार संजय भंडारी और उनके परिवार के साथ वित्तीय संबंधों पर सवालों का जवाब देने में असहयोग किया। 2016 में दर्ज इस मामले में वाड्रा से दो घंटे तक पूछताछ हुई जिसमें लंदन की दो संपत्तियों के सौदों पर जवाब नहीं दे पाए।
रॉबर्ट वाड्रा अपनी पत्नी प्रियंका गांधी के साथ दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली के केंद्रीय कार्यालय पहुंचे और लगभग दो घंटे बाद बिना मीडिया को कोई बयान दिए चले गए। ईडी का आरोप है कि लंदन की दो संपत्तियां (ग्रॉसवेनर हिल कोर्ट 13 बोर्डन स्ट्रीट और 19 ब्रायनस्टन स्क्वायर) वाड्रा की बेनामी संपत्तियां हैं, जिन्हें उन्होंने भंडारी के साथ मिलकर हासिल किया। ईडी का दावा है कि ये संपत्तियां 2016 के मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े अपराध की आय हैं और वाड्रा ने ब्रायनस्टन स्क्वायर की संपत्ति में लंदन यात्राओं के दौरान कुछ समय तक निवास किया था।
संजय भंडारी का क्या कनेक्शन
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने आरोप लगाया कि भंडारी ने 2009 में वाड्रा द्वारा प्रदान किए गए धन से लंदन में संपत्ति का नवीनीकरण किया था। वाड्रा ने पहले भी कई बार ईडी के सामने पेश होकर किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया है कि बार-बार बुलाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है। दूसरी ओर, भंडारी को 5 जुलाई को दिल्ली की एक अदालत ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया था जिसके बाद उनकी संपत्तियों को जब्त करने का रास्ता साफ हो गया। भंडारी 2016 में यूके भाग गए थे और हाल ही में ब्रिटिश अदालत ने उन्हें भारत प्रत्यर्पित करने से इनकार कर दिया।
काला धन विरोधी कानून के तहत कार्रवाई
ईडी ने 2020 में भंडारी के खिलाफ आयकर विभाग की ओर से काले धन विरोधी कानून के तहत शुरू की गई कार्रवाई के आधार पर चार्जशीट दायर की थी। उन पर विदेशी संपत्तियों को छिपाने, गलत बयान देने और जानकारी दबाने के लिए पुराने दस्तावेजों का उपयोग करने का आरोप है। इस मामले में वाड्रा और भंडारी के बीच कथित बेनामी सौदों की जांच तेज हो गई है जिसके तहत ईडी आगे की कार्रवाई कर रही है।





