इस समय इस्लाम धर्म में रमजान का महीना चल रहा है। रमजान के महीने की समाप्ति चांद के दीदार के साथ होगी और इसके बाद ईद का त्यौहार मनाया जाएगा। यह त्यौहार पूरी दुनिया में अमन, शांति और भाईचारे के संदेश का प्रतीक है। ईद मोहब्बत का पैगाम है और यह हमें यह संदेश देती है कि हमारा एक रब है, जिसने हमें जन्म दिया है और जिसके हक पर हमारी ज़िंदगी चल रही है।
रमजान के महीने में इस्लाम धर्म के अनुयायी रोज़ा रखते हैं, अल्लाह की इबादत करते हैं, गरीबों की मदद करते हैं और दूसरों का ख्याल रखते हैं। रमजान के अंत में चांद के दीदार के साथ ईद का त्यौहार मनाया जाता है।

इस्लाम धर्म में सूर्यास्त के बाद नई तिथि मानी जाती है
जिस प्रकार हिंदू धर्म में त्योहार तिथियों और पंचांग पर निर्भर करते हैं, उसी प्रकार इस्लामिक कैलेंडर चांद पर आधारित होता है और इसी से त्योहारों की गणना होती है। जिस तरह सूर्योदय के बाद हिंदू धर्म में नई तिथि की शुरुआत होती है, वैसे ही इस्लाम धर्म में सूर्यास्त के बाद नई तिथि मानी जाती है। रमजान के महीने के अंतिम दिन चांद देखा जाता है और फिर ईद-उल-फितर का त्यौहार मनाया जाता है। रमजान का चांद रोज़ों के अंत का प्रतीक होता है।
भारत में कब होगी ईद?
सभी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि भारत में ईद कब मनाई जाएगी। बता दें कि भारत में 2 मार्च 2025 से रमजान की शुरुआत हुई थी। ऐसे में अगर गणना की जाए तो 31 मार्च या 1 अप्रैल को भारत में ईद का त्यौहार मनाया जा सकता है। हालांकि, ईद की तारीख की घोषणा चांद के दीदार के बाद ही की जाती है। सऊदी अरब और भारत समेत अलग-अलग देशों में ईद का त्यौहार अलग-अलग दिन मनाया जाता है। भारत से एक दिन पहले सऊदी अरब में ईद मनाई जाती है क्योंकि वहां चांद पहले दिखाई देता है। ऐसे में अगर आज यानी 29 मार्च को सऊदी अरब में ईद का चांद दिखाई देता है, तो भारत में 30 मार्च को ईद मनाई जाएगी।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News न्यूज़ नहीं करता।