12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR (Special Intensive Revision) की प्रक्रिया जारी है जो अब अंतिम पड़ाव पर है। गुरुवार को चुनाव आयोग ने 6 राज्यों की SIR प्रक्रिया की समय सीमा को बढ़ाया है तो वहीं शुक्रवार को एक और बड़ा निर्णय लिया है। ECI ने प्रमुख राज्यों में मतदाता सूचियों के विशेष गहन संशोधन के लिए स्पेशल रोल ऑब्जर्वर (SRO) की नियुक्ति की है।
इन राज्यों में हुई SRO की नियुक्ति
- पश्चिम बंगाल
- तमिलनाडु
- उत्तर प्रदेश
- गुजरात
- केरल
- मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- राजस्थान
क्या होगा SRO का काम?
- SRO ने अपना कार्य प्रारंभ कर दिया है और उन्हें उम्मीद है कि वे इन राज्यों में सप्ताह में दो दिन उपस्थित रहेंगे, जब तक कि अंतिम मतदाता सूचियां फरवरी 2026 में प्रकाशित नहीं हो जातीं।
- SRO राष्ट्रीय और राज्य स्तर की सभी राजनीतिक पार्टियों के राज्य तथा जिला स्तर के नेतृत्व के साथ बैठकें करेंगे।
- SRO राज्यों के CEOs और DEOs के साथ भी शारीरिक रूप से या वर्चुअली बैठकें करेंगे, ताकि पूरे प्रक्रिया को सुगम, पारदर्शी और सहभागी तरीके से पूरा किया जा सके।
- SRO, SIR की प्रक्रिया का निरीक्षण करेंगे ताकि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और कोई अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न हो।
इन राज्यों में चल रही SIR की प्रक्रिया
बता दें कि 12 राज्यों में एसआईआर की प्रक्रिया चल रही है। जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप शामिल हैं।
6 राज्यों की समय सीमा बढ़ाई
चुनाव आयोग ने 6 राज्यों की SIR की समय सीमा को बढ़ा दिया है। अंडमान और निकोबार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में 18 दिसंबर तक SIR की प्रक्रिया होगी और 23 दिसंबर को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होगी। वहीं यूपी में 26 दिसंबर तक फॉर्म भरे जाएंगे और 31 दिसंबर को मतदाता सूची का ड्राफ्ट रोल जारी होगा। इसके साथ ही तमिलनाडु और गुजरात में 14 दिसंबर तक फॉर्म भरे जाएंगे और 19 दिसंबर को ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी होगी।





