जयपुर, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ दिवाली से पहले केन्द्र की तर्ज पर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कर्मचारियों-पेंशनरों के महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत कर बड़ा तोहफा दिया है वही दूसरी तरफ राजस्थान रोडवेज कर्मचारियों के श्रमिक संगठन पुरानी पेंशन, सातवें वेतनमान, वेतन-भत्तें और पेंशन समेत सेवानिवृत्ति के लाभ समेत 21 सुत्रीय मांगों को लेकर आगामी माह में 24 नवंबर को बड़े आंदोलन की तैयारी है। कर्मचारियों का कहना है कि अगर दिवाली से पहले मांगे पूरी नहीं की गई तो 24 नवंबर को देशव्यापी हड़ताल कर प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले 18 अक्टूबर को एक घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा
कर्मचारियों की नई रणनीति, डीए एरियर-पुरानी पेंशन और ग्रेड पे समेत 16 प्रमुख मांग, जानें ताजा अपडेट
कर्मचारियों ने दीपावली से पहले बोनस एवं एक्सग्रेसिया का भुगतान करने, हर महीने वेतन व पेंशन का भुगतान करने, बस स्टैंडों को राजस्थान राज्य बस अड्डा विकास प्राधिकरण के अधीन करने पर रोक, अंतरराष्ट्रीय मार्गों को राष्ट्रीयकृत करने, 2000 नई बस, 10000 रिक्त पदों पर भर्ती करने, रोडवेज बस स्टैंडाें के बाहर से निजी बसों संचालन रोककर शहर के बाहर से करने,7वें वेतनमान को जनवरी 2016 से लागू और पुरानी पेंशन योजना लागू करने, सेवानिवृत्ति कर्मचारियों को बकाया भुगतान करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तय की गई।इसमें रोडवेज कर्मचारी समय पर सैलरी भुगतान करने और आफ्टर रिटायरमेंट बेनेफिट्स भी शामिल है।
कर्मचारिरयों और अधिकारियों के संगठनों ने रोडवेज को राज्य सरकार का डिपार्टमेंट बनाने की मांग को लेकर नवंबर से आंदोलन करने का ऐलान किया है। उन्होंने हरियाणा रोडवेज की तर्ज पर राजस्थान रोडवेज काे मर्ज करने की मांग की है। इसको लेकर कर्मचारियों ने 21 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन की रणनीति तय की। अगर मांगें नहीं मानी गई तो राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा 24 नवंबर तक 9 चरण में एकजुट होकर आंदोलन करने का फैसला किया है। इस दिन पूरे प्रदेश में रोडवेज बसों का संचालन बंद रखा जाएगा।
पूर्व मंत्री भी लिख चुके है पत्र
बीते महीनों पूर्व परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी रोडवेज को कॉरपोरेशन (निगम) से सरकारी डिपार्टमेंट बनाने के लिए सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिख चुके है। इसमें उन्होंने रोडवेज को डिपार्टमेंट बनाने से कर्मचारियों को राहत मिलने की बात कहीं।वही सुझाव दिया कि अगर राजस्थान ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट फंड (RTIDF) का 50 फीसदी पैसा भी रोडवेज को देकर डिपार्टमेंट बना दिया जाता है तो सरकार पर इसका कोई भार नहीं आएगा। चुंकी RTIDF में हर साल 800 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम जमा होती है।
ऐसे चलेगा 9 चरणों में आंदोलन
- रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की ओर से 24 नवंबर तक नौ चरण में आंदोलन किया जाएगा।
- प्रथम चरण में 12 से 13 अक्टूबर तक देशव्यापी विरोध प्रदर्शन।
- 18 अक्टूबर को एक घंटे तक कार्य बहिष्कार।
- एक से 15 नवंबर तक इकाइयों के संयुक्त दौरे।
- 17 नवंबर को जयपुर में प्रदेश स्तरीय रैली।
- 19 नवंबर को ढोल बजाओ-सरकार जगाओ प्रदर्शन.
- 22 व 23 नवंबर तक धरना प्रदर्शन किया जाएगा।