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Sun, Dec 21, 2025

जल्द लॉन्च होगा EPFO 3.0, ATM और UPI से न‍िकाल सकेंगे PF का पैसा, मिलेगी ये भी सुविधाएं, जानें डिटेल्स

Written by:Pooja Khodani
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EPFO 3.0 सुविधा से पीएफ से अकाउंट में सुधार, शिकायतों के निपटारे पैसा निकालना, डाटा अपडेट करना और क्लेम सेटलमेंट और भी आसान हो जाएगा।
जल्द लॉन्च होगा EPFO 3.0, ATM और UPI से न‍िकाल सकेंगे PF का पैसा, मिलेगी ये भी सुविधाएं, जानें डिटेल्स

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के कर्मचारियों-खाताधारकों के लिए अच्छी खबर है। EPFO जल्द EPFO 3.0 लॉन्च कर सकता है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने इंफोसिस, विप्रो और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया है, जो डेवलपमेंट और मेंटिनेंस का काम संभालेगी। इसके जरिए ऑटोमेटेड PF विड्रॉल और इंटीग्रेटेड ATM सुविधा  उपलब्ध कराई जाएगी। इससे पीएफ से अकाउंट में सुधार, शिकायतों के निपटारे पैसा निकालना, डाटा अपडेट करना और क्लेम सेटलमेंट और आसान हो जाएगा।वैसे तो इसे जून 2025 में लॉन्च किया जाना था, लेकिन तकनीकी टेस्टिंग और अन्य कारणों के चलते देरी हुई।संभावना है कि नए साल 2026 से पहले इसे लाया जा सकता है। इससे 8 करोड़ कर्मचारियों को लाभ मिलने की उम्मीद है।

EPFO 3.0 से मिलेगी 5 बड़ी सुविधाएं

  1. ऑनलाइन क्लेम और करेक्शन का काम आसान होगा। EPFO 3.0 में कर्मचारियों ओटीपी के जरिए ऑनलाइन सुधार कर सकेंगे और क्लेम का स्टेटस भी ट्रैक कर पाएंगे। इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और आसान हो जाएगी।
  2. अपने पीएफ अकाउंट का बैलेंस, स्टेटस और योगदान की जानकारी रीयल टाइम में ट्रैक कर सकेंगे।
  3. नए प्लेटफॉर्म के बाद कर्मचारी सीधे ATM से अपने PF फंड निकाल सकेंगे। यह बिल्कुल बैंक खाते की तरह होगा। इसके लिए यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) को एक्टिवेट करना और आधार को बैंक अकाउंट से लिंक करना जरूरी होगा।
  4. EPFO 3.0 में सदस्य यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए  तुरंत PF विड्रॉल कर पाएंगे। इससे इमरजेंसी की स्थिति में कर्मचारियों को बिना किसी जटिल प्रक्रिया के सीधे फंड तक पहुंच मिलेगी।
  5. ईपीएफओ 3.0 सिस्टम के तहत सदस्य अपने अकाउंट हुई गड़बड़ी जैसे कर्मचारी का नाम, डेट ऑफ बर्थ, मोबाइल नंबर, स्थायी पता को भी ऑनलाइन माध्यम से सुधार सकेंगे। इसके लिए OTP वेरिफिकेशन की सुविधा होगी, जिससे पुराने फॉर्म को भरने की जरूरत खत्म हो जाएगी।

EPFO कर चुका है ये कई बड़े बदलाव

  • प्रोफाइल अपडेट करना आसान :अगर आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) आधार से लिंक है, तो आप अपने नाम, जन्मतिथि, लिंग, राष्ट्रीयता, माता-पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, पति/पत्नी का नाम और नौकरी शुरू करने की तारीख जैसी जानकारी ऑनलाइन बिना किसी डॉक्यूमेंट के अपडेट कर सकते हैं।यदि ग्राहक का यूएएन 1 अक्तूबर 2017 से पहले का है, तो कुछ चीजों में बदलाव के लिए उन्हें नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत हो सकती है।
  • नौकरी बदलते समय पीएफ अकाउंट ट्रांसफर: अगर आपका UAN आधार से लिंक है और डिटेल्स (नाम, जन्मतिथि, लिंग) मेल खाते हैं, तो पीएफ ट्रांसफर तेजी से हो जाएगा. इससे आपकी बचत का प्रबंधन और निरंतरता बनी रहेगी।
    इससे डेस्टिनेशन ऑफिस में ट्रांसफर क्लेम की मंजूरी की जरूरत खत्म हो गई है। ट्रांसफर ऑफिस से ट्रांसफर क्लेम मंजूर होने के बाद पिछले अकाउंट की रकम ऑटोमैटिक डेस्टिनेशन ऑफिस में मेंबर के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगी।
  • CPPS: 1 जनवरी 2025 से शुरू हुई सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम के माध्यम से पेंशन सीधे किसी भी बैंक खाते में NPCI प्लेटफॉर्म के जरिए भेजी जा सकती है।इसके तहत एनपीसीआई प्लेटफॉर्म के जरिए पेंशन योजना के दायरे में आने वाले पेंशनर्स किसी भी बैंक या उसकी ब्रांच से अपनी पेंशन निकाल सकेंगे।अगर गलती से कोई क्लेम किसी दूसरे ऑफिस में भेज दिया गया है तो उसे वापस उसी ऑफिस में भेजा जाएगा जहां से क्लेम आया था।
  • हायर सैलरी पर पेंशन का स्पष्ट नियम: जो अपनी उच्च सैलरी के आधार पर पेंशन लेना चाहते हैं सभी के लिए एक समान प्रक्रिया अपनाई जाएगी। अगर कर्मचारी की सैलरी निर्धारित सीमा से ज्यादा है और वे अतिरिक्त अंशदान देते हैं, तो वे हायर सैलरी पर पेंशन ले सकते । प्राइवेट ट्रस्ट चलाने वाली कंपनियों को भी ईपीएफओ के रूल्स का पालन करना होगा।