EPFO PF Account Transfer : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के खाताधारकों और कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। ईपीएफओ ने नौकरी बदलने पर पीएफ अकाउंट्स को ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को आसान बना दिया है। इससे 1 करोड़ 25 लाख से अधिक मेंबर्स को फायदा होगा। ईपीएफओ ने बिना आधार सीडिंग के एंप्लॉयर्स की ओर से UAN के बल्क जेनरेशन की भी सुविधा भी शुरू कर दी है।
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि अब तक पीएफ जमा राशि के ट्रांसफर में दो कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) कार्यालय शामिल थे- स्रोत कार्यालय, जहां से पीएफ राशि ट्रांसफर की जाती थी और गंतव्य कार्यालय, जहां आखिरी तौर से राशि जमा की जाती थी लेकिन अब ईपीएफओ ने फॉर्म 13 में बदलाव किया है। इससे डेस्टिनेशन ऑफिस में ट्रांसफर क्लेम की मंजूरी की जरूरत खत्म हो गई है। ट्रांसफर ऑफिस से ट्रांसफर क्लेम मंजूर होने के बाद पिछले अकाउंट की रकम ऑटोमैटिक डेस्टिनेशन ऑफिस में मेंबर के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगी।

1.25 करोड़ मेंबर्स को मिलेगा फायदा
मंत्रालय ने बताया कि इस बदलाव से पीएफ की रकम के टैक्सेबल और नॉन-टैक्सेबल कंपोनेंट्स को अलग करने की सुविधा भी हो गई है। इससे टैक्सेबल पीएफ इंटरेस्ट पर TDS की सटीक गणना में आसानी होगी।इससे 1.25 करोड़ से अधिक मेंबर्स लाभान्वित होंगे और हर साल लगभग 9000 करोड़ रुपये के ट्रांसफर में आसानी होगी। यह नियम जनवरी 2025 से प्रभावी माना जाएगा।
UAN को लेकर भी हुआ बदलाव
पीएफओ ने एक नई सुविधा शुरू की है, जिसके तहत कर्मचारियों के लिए Aadhaar को तत्काल जोड़ने की आवश्यकता के बिना ही बड़ी संख्या में यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) तैयार करने की सुविधा दी गई है। यह सुविधा फील्ड ऑफिस को दी गई है, ताकि पुरानी राशि को जल्द से जल्द सदस्यों के अकाउंट में जमा किया जा सके।धोखाधड़ी से बचने के लिए ऐसे UAN को शुरू में फ्रीज रखा जाएगा, इन्हें आधार से जोड़ने के बाद ही एक्टिव किया जाएगा।