EPFO: कर्मचारियों-खाताधारकों के लिए अच्छी खबर, अब UAN नंबर जनरेट व एक्टिव करना हुआ आसान, जानें नई प्रक्रिया-लाभ

UMANG App से यूएएन को सीधे कर्मचारी द्वारा स्वयं बनाया जा सकता है तथा ई-यूएएन कार्ड पीडीएफ को कर्मचारी द्वारा डाउनलोड किया जा सकता है, जिससे नियोक्ता पर उसकी निर्भरता समाप्त हो जाती है।

EPFO Update : कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। ईपीएफओ ने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जेनरेट और एक्टिवेट करने के लिए फेस ऑथंटिकेशन टेक्नॉलजी की सुविधा शुरू कर दी है।अब उमंग ऐप इस्तेमाल करके कर्मचारी आधार फेस ऑथेन्टिकेशन टेक्नॉलजी से अपने आप अपना UAN बना सकते हैं।

इतना ही नहीं जिन सदस्यों के पास पहले से ही यूएएन है लेकिन उन्होंने अभी तक इसे सक्रिय नहीं किया है, वे अब आसानी से उमंग ऐप के माध्यम से अपना यूएएन सक्रिय कर सकते हैं। बता दे कि वित्त वर्ष 2024-25 में 1,26,56,127 UAN जनरेट हुए थे, लेकिन 44,68,236 यानी करीब 35% ही एक्टिवेट हो पाएं।

MP

पहले आती थी ये समस्याएं, करना पड़ता था इंतजार

  • अबतक UAN जेनरेट करने के लिए एंप्लॉयर कर्मचारी का डेटा EPFO को भेजता था और डेटा आधार से वेरिफाई किया जाता था, हांलाकि आधार विवरण मान्य थे किंतु पिता का नाम, मोबाइल नंबर या जन्म तिथि जैसे मामलों में त्रुटिया हो जाती थी, जिससे कर्मचारियों को क्लेम या दूसरे बेनेफिट के लिए बाद में डेटा अपडेट कराना पड़ता था।
  • इसकी तरह कई मामलों में कर्मचारी का मोबाइल नंबर गलत होने या फिर जानकारी ही नहीं दिए जाने के चलते EPFO उनसे संपर्क नहीं कर पाता था। इसके अलावा, ईपीएफओ सदस्य पोर्टल पर आधार ओटीपी सत्यापन के माध्यम से यूएएन को सक्रिय करना एक अलग प्रक्रिया थी जिसे सदस्य द्वारा पूरा किया जाने से भ्रान्ति की स्थिति भी बनती थी, ऐसे में अब ईपीएफओ ने इसे उमंग से आसान बना दिया है।

EPFO: उमंग से मिलेंगे ये लाभ

  • आधार और उपयोगकर्ता का 100 प्रतिशत सत्यापन चेहरे के प्रमाणीकरण द्वारा किया जाएगा।
  • उपयोगकर्ता का सारा डेटा सीधे आधार डाटाबेस से पहले से भरा जाता है।
  • उपयोगकर्ता के मोबाइल नंबर का मिलान आधार के साथ पंजीकृत मोबाइल नंबर से किया जाता है।
  • ईपीएफओ पोर्टल पर यूएएन को सक्रिय करने का कार्य इसे बनाने की प्रक्रिया के दौरान ही पूरा हो गया।
  • यूएएन को सीधे कर्मचारी द्वारा स्वयं बनाया जा सकता है तथा ई-यूएएन कार्ड पीडीएफ को कर्मचारी द्वारा डाउनलोड किया जा सकता है, जिससे नियोक्ता पर उसकी निर्भरता समाप्त हो जाती है।
  • रोजगार के समय, कर्मचारी ईपीएफओ में शामिल होने के लिए ई-यूएएन कार्ड पीडीएफ और यूएएन की प्रति नियोक्ता को सौंप सकता है।
  • ईपीएफओ सेवाओं जैसे पासबुक देखना, केवाईसी अपडेट करना, दावा प्रस्तुत करना आदि तक पहुंच शीघ्र उपलब्ध हो जाती है।

Play Store से ऐसे करें डाउनलोड

  • प्लेस्टोर से उमंग ऐप डाउनलोड करें और इंस्टॉल करें
  • प्लेस्टोर से आधारफेसआरडी ऐप डाउनलोड करें और इंस्टॉल करें
  • UMANG APP खोलें और फेस ऑथ के माध्यम से UAN सेवाओं के अंतर्गत “यूएएन आवंटन और सक्रियण” पर जाएं
  • आधार संख्या और आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर दर्ज करें (OTP भेजने के लिए इसका मिलान आधार के साथ पंजीकृत मोबाइल से किया जाएगा)
  • सहमति के लिए चेकबॉक्स पर टिक प्राप्त OTP को सत्यापित करें
  • कैमरा लाइव फोटो इमेज कैप्चर करने में सक्षम हो जाएगा- जब इमेज की रंग रूपरेखा लाल से हरे रंग में बदल जाती है तो इसका मतलब है कि इमेज कैप्चर सफल है (यह उसी तरह है जैसे कोई भी डिजीयात्रा ऐप का उपयोग करता है)
  • आधार डाटाबेस में छवि के साथ मिलान के बाद, UAN तैयार किया जाएगा और मोबाइल पर SMS द्वारा भेजा जाएगा
  • UAN बनाने के बाद, कर्मचारी उमंग ऐप या सदस्य पोर्टल से यूएएन कार्ड डाउनलोड कर सकता है (सदस्य पोर्टल में UAN स्वतः सक्रिय हो जाता है)

क्या होता है यूएएन नंबर

  • UAN एक 12-अंकीय संख्या है जो EPFO ​​के प्रत्येक सदस्य को प्रदान की जाती है।
  • यूएएन एक 12 अंकों का यूनीक नंबर है जो कर्मचारी भविष्य निधि में योगदान करने वाले प्रत्येक कर्मचारी को प्रदान किया जाता है।
  • यह यूनीक नंबर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) जनरेट और दिया जाता है।
  • श्रम और रोजगार मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशों के तहत यूएएन को प्रमाणित करता है।
  • प्रत्येक कर्मचारी जो कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का सदस्य है, उसे एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) आवंटित किया जाता है।
  • इसका उपयोग कर्मचारी द्वारा पीएफ खाते की शेष राशि और ईपीएफ से संबंधित अन्य विवरणों की जांच के लिए किया जाता है।

About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News